“Government Scheme Stalled”:ग्रामीणों का पक्का घर का सपना टूटा,जानिए पूरी खबर…NV News

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कवर्धा(कबीरधाम)।प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) का उद्देश्य देश के हर बेघर और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। केंद्र और राज्य सरकारें इस योजना को प्राथमिकता देती हैं, लेकिन कवर्धा जिले के बोदलपानी गांव की हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। यहां योजना के तहत अब तक एक भी घर स्वीकृत या निर्मित नहीं हुआ।
जानकारी अनुसार,गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार पंचायत और ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों से आवास स्वीकृति की मांग की, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। ग्रामीणों ने 2023 में सत्ता परिवर्तन के बाद उम्मीद जगी थी कि नई सरकार के आने से आवास स्वीकृति की प्रक्रिया तेज होगी। भाजपा सरकार ने कार्यभार संभालते ही 18 लाख से अधिक आवास स्वीकृत करने का ऐलान किया था, लेकिन बोदलपानी जैसे गांव में प्रशासनिक लापरवाही के कारण एक भी लाभार्थी सूची में शामिल नहीं हो पाया।
वही स्थानीय जनप्रतिनिधियों का दावा है कि फाइलें महीनों से दफ्तरों में लंबित हैं और सर्वे कार्य अधूरा है। इसके चलते जिन परिवारों को तत्काल आवास की आवश्यकता है, वे अब भी झोपड़ियों और कच्चे मकानों में रहने को मजबूर हैं। बारिश के मौसम में हालात और भी खराब हो जाते हैं-छप्पर टपकते हैं, मिट्टी की दीवारें गिरने का खतरा रहता है और छोटे बच्चों व बुजुर्गों को बीमारी का डर सताता है।