Share this
NV News:- बिहार के पूर्णिया जिले में गरीबी से तंग एक मां द्वारा अपने ही दुधमुंहे बच्चे को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। कसबा थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बुधवार को यहां बताया कि बच्चे की बेचे जाने की सूचना मिली थी जिसके आलोक में छानबीन की गयी है।
बरेटा गांव के लोगों के सहयोग से बच्चे को सहरसा से बरामद किया गया है। बच्चे के परिवार वालों ने बच्चे को अपने रिश्तेदार के यहां दे दिया था। वहीं, बच्चे की माँ तिलिया खातून ने बताया कि पति और उसकी हैसियत इतनी नहीं है कि अपना पेट पाल सके। वह गरीबी से तंग आ चुकी थी।
जिसके बाद सुपौल के एक रिश्तेदार के मार्फत सहरसा के एक दंपति को बच्चे को दे दिया। बताया जाता है कि महिला के गोद में कई दिनों तक बच्चा न देख आसपास के ग्रामीणों ने तिलिया खातून से पूछताछ की। करीब 10 दिनों तक कोई जवाब न देने पर ग्रामीणों ने जब डांट-डपट की तो महिला ने सारी बात बता दी।
इसके बाद किसी ने चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दे दी। इस संबंध में चाइल्ड लाइन समन्वयक जय कृष्ण गुरुंग ने बताया कि हेल्प लाइन नंबर 1098 पर कॉल आया कि जिस नवजात शिशु की खोज की जा रही है, वह सहरसा में है। कसबा थानाध्यक्ष अमित कुमार के सहयोग से सहरसा से नवजात शिशु को बरामद कर लिया गया।