Durg Central Jail: नवरात्रि पर उपवास और पूजा में लीन कैदी…NV News

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Durg Central Jail: दुर्ग सेंट्रल जेल का माहौल इन दिनों पूरी तरह भक्तिमय हो गया है। नवरात्रि के अवसर पर यहां कैदियों ने उपवास रखकर मां दुर्गा की आराधना शुरू की है। मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे जेल परिसर में देवी भक्ति और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
जानकारी अनुसार,आमतौर पर हत्या, लूट, डकैती और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों में सजा काट रहे ये बंदी जेल की कठिन दिनचर्या और अनुशासन में जीवन व्यतीत करते हैं, लेकिन इस बार नवरात्रि ने उनके जीवन में आध्यात्मिकता की नई राह खोली है। कई कैदियों ने उपवास रखने का संकल्प लिया और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना में स्वयं को समर्पित किया।
बता दें,जेल प्रशासन ने भी इस आयोजन को पूरी श्रद्धा और सहयोग के साथ सम्पन्न कराया। पूजा स्थल को सुसज्जित किया गया और देवी मां की प्रतिमा स्थापित की गई। भजन-कीर्तन और दुर्गा सप्तशती के पाठ की गूंज ने जेल के वातावरण को पूरी तरह बदल दिया। सामान्यतः जहां कैदियों के बीच निराशा और तनाव का माहौल देखा जाता है, वहीं अब श्रद्धा और आस्था की सकारात्मक ऊर्जा व्याप्त हो गई है।
कई कैदियों का कहना है कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजन उनके मन में शांति और आत्मचिंतन की भावना जगाते हैं। उपवास के दौरान वे न केवल मां दुर्गा से आशीर्वाद की कामना कर रहे हैं बल्कि अपने पिछले अपराधों के लिए भी आत्ममंथन कर रहे हैं। इस अवसर पर कुछ बंदियों ने यह भी साझा किया कि जेल जीवन ने उन्हें आत्मसुधार और आध्यात्मिकता की ओर मोड़ा है।
जेल प्रशासन का मानना है कि ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन कैदियों में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित होते हैं। इससे उनका मानसिक संतुलन बेहतर होता है और भविष्य में समाज में पुनः शामिल होने के लिए एक नई सोच और शक्ति मिलती है।
नवरात्रि के नौ दिनों तक यह विशेष पूजा-अर्चना और उपवास का क्रम जारी रहेगा। भक्ति और अनुशासन के इस संगम ने जेल के भीतर की दिनचर्या को भी विशेष बना दिया है। कुल मिलाकर, दुर्ग सेंट्रल जेल इन दिनों एक साधना स्थल का रूप ले चुकी है, जहां कैदी भक्ति में डूबकर नई राह तलाश रहे हैं।