धमतरी के बकोरी जलाशय का गेट टूटा, गांव व खेतों में घुसा पानी, 250 एकड़ की फसल को नुकसान

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धमतरी – बकोरी जलाशय का एक गेट टूटने से ग्रामीण व किसानों में हड़कंप मच गया। जलाशय का पानी गांव व खेतों में घुस गया। सैकड़ों एकड़ धान फसल के ऊपर पानी बह रहा है। कई घरों में पानी घूसने से प्रभावित ग्रामीणों को स्कूल में शरण दिया गया है। घटना की जानकारी होने पर कलेक्टर पीएस एल्मा ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने गेट टूटने का कारण जल संसाधन विभाग की लापरवाही बताया। प्रभावित किसानों ने शासन से मुआवजा की मांग की है, जिस पर कलेक्टर ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।

 

मगरलोड ब्लाक मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर बकोरी बांध है, यहां बड़ी मात्रा में पानी एकत्र होता है, जो किसानों के धान फसल के सिंचाई के लिए काम आता है। इस साल अंचल में भारी वर्षा होने से पानी बड़ी मात्रा में पानी एकत्र था, लेकिन 18 अगस्त को अचानक जलाशय का एक कमजोर गेट टूट गया, इससे बांध का पानी तेजी से बहने लगा।

 

जलाशय से लगे ग्राम बकोरी के गलियों में पानी घुस गया। पानी का तेज बहाव बना हुआ है। वहीं कई घरों में पानी घुस गया, इससे ग्रामीणों की दिनचर्या प्रभावित है। ग्रामीणों के अनुसार करीब 250 एकड़ से अधिक रकबा पर लगी धान फसल पानी में डूब गई है। गांव के प्रभावित कई परिवारों को जिनके घरों में पानी घुस गया है, उन्हें स्कूल में शरण दिया गया है। साथ ही इन परिवारों के रहने व खाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है।

 

कलेक्टर ने किया निरीक्षण

मगरलोड ब्लाक के वृहद बकोरी जलाशय के एक गेट टूटने की खबर मिलने और गांव में पानी घुसने की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर पीएस एल्मा निरीक्षण के लिए गांव पहुंचे। उनके साथ कई अधिकारी-कर्मचारी भी वहां पहुंचे।

 

कलेक्टर पीएस एल्मा ने गांव का निरीक्षण कर अधिकारी-कर्मचारियों को प्रभावित परिवारों व लोगों को राहत पहुंचाने के साथ खरीफ फसल की क्षति पूर्ति देने और मकानों का मुआयना कर जानकारी देने निर्देश दिए है। वहीं पानी के तीव्र बहाव को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों की तैनाती की गई है। अधिकारी-कर्मचारियों की टीम पानी रोकने जुटे हुए है, लेकिन फिलहाल कोई राहत नहीं है। इधर जलाशय के एक गेट टूटने से बकोरी के ग्रामीणों में आक्रोश है।

 

रायपुर व बिलासपुर से टीम बुलाने निर्देश

ग्रामीणों ने कलेक्टर पीएस एल्मा के समक्ष आरोप लगाते हुए कहा है कि जलाशय के कमजोर गेट की मरम्मत करने की मांग जल संसाधन विभाग से किए थे, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। विभाग की लापरवाही से गेट टूटा है, इसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत व आरोप सुनने के बाद कलेक्टर पीएस एल्मा ने पानी की गति व गेट को बंद करने के लिए रायपुर व बिलासपुर के एक्सपर्ट टीम को बुलाने की बात कही है।

 

जल संसाधन विभाग के अधिकारी आरएल देव ने बताया कि 16 अगस्त से लगातार गेट को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पानी की गति अधिक होने के कारण थम नहीं रहा है। कई उपाय किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जल्द ही रायपुर और बिलासपुर की टीम बुलाई जाएगी, जिससे कुछ राहत मिल सके। वर्तमान में यदि बारिश होती है, तो गांव में स्थिति बिगड़ सकती है। फिलहाल जल संसाधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, तहसीलदार विवेक गोहिया, नायब तहसीलदार रमेश मंडावी, थाना प्रभारी राजेश जगत ग्रामीणों को समझाने कोशिश में जुटे हुए है। वहीं ग्रामीणों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए कर्मचारी तैनात है।

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