Dhamtari Wildlife News: बाघ की दस्तक! गंगरेल क्षेत्र के जंगलों में मिले पैरों के निशान…NV News

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Dhamtari Wildlife News: जिले के गंगरेल क्षेत्र में वन्यजीवों की गतिविधियों से ग्रामीणों में एक बार फिर दहशत का माहौल है। हाल ही में इस इलाके में घूम रहे हाथियों के झुंड के जाने के बाद मंगलवार की रात कुछ बड़े आकार के पैरों के निशान दिखाई दिए। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि ये निशान किसी हिंसक जानवर,संभवतः बाघ के हो सकते हैं।

जानकारी अनुसार,शुरुआत में वन विभाग ने इन निशानों को लेकर कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की थी, लेकिन अब जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि ये निशान बाघ के ही हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, मौके पर मिले पंजों के निशान लगभग दो दिन पुराने हैं। हालांकि अभी तक बाघ के प्रत्यक्ष दर्शन की कोई सूचना नहीं मिली है, फिर भी सुरक्षा की दृष्टि से सतर्कता बढ़ा दी गई है।

 

बता दें,वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और पैरों के निशानों की गहराई, चौड़ाई और पंजों के आकार की जांच की गई। इसके बाद पुष्टि हुई कि, यह किसी वयस्क बाघ का निशान है। क्षेत्र में लगे कैमरा ट्रैप की फुटेज भी जांची जा रही है, ताकि उसकी गतिविधियों का सटीक पता लगाया जा सके।

गंगरेल के आसपास के गांवों- रानीतराई, डूमरपाली और परसुली में वन विभाग की टीम ने मुनादी कर लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। ग्रामीणों से कहा गया है कि वे रात के समय अकेले जंगल की ओर न जाएं और मवेशियों को खुले में चराने से बचें।

स्थानीय लोगों के अनुसार, कुछ सप्ताह पहले तक इस इलाके में 10 से अधिक हाथियों का दल सक्रिय था। उनके जाने के बाद अब बाघ के निशान मिलने से लोग दहशत में हैं। क्षेत्र के बुजुर्गों का कहना है कि कई सालों बाद यहां बाघ की मौजूदगी दर्ज हुई है।

वन विभाग ने बताया कि अभी यह कहना मुश्किल है कि बाघ क्षेत्र से गुजरा है या यहां रुकने की संभावना है। लेकिन सुरक्षा को देखते हुए गश्त बढ़ाई गई है और आसपास के इलाकों में निगरानी तेज कर दी गई है।

गंगरेल के जंगलों में पहले भी तेंदुए और भालू की मौजूदगी दर्ज की जा चुकी है। अब बाघ के निशान मिलने से यह क्षेत्र वन्यजीवों की दृष्टि से और भी संवेदनशील माना जा रहा है।

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