Dhamtari Breaking: अस्पताल में जन्मा ‘मरमेड बेबी’, डॉक्टर भी हैरान…NV News
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Dhamtari Breaking: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला अस्पताल में शुक्रवार को उस समय सभी दंग रह गए, जब 28 वर्षीय महिला ने एक ऐसे बच्चे को जन्म दिया जिसके दोनों पैर आपस में जुड़े हुए थे और आकार जलपरी (Mermaid) की तरह दिख रहा था। इस दुर्लभ स्थिति को देखकर न सिर्फ नर्सें और डॉक्टर चौंक उठे बल्कि अस्पताल में मौजूद लोग भी हैरान रह गए।
डॉक्टरों ने बताया दुर्लभ मामला:
डिलीवरी कराने वाली विशेषज्ञ डॉक्टर रागिनी सिंह ठाकुर ने बताया कि यह मेडिकल साइंस की भाषा में “सायरिनोमेलिया (Sirenomelia)” या मरमेड सिंड्रोम कहलाता है। यह दुनिया के सबसे दुर्लभ जन्मजात विकारों में से एक है। इस स्थिति में बच्चे के पैर जन्म से ही आपस में जुड़े होते हैं और निचला हिस्सा मछली की पूंछ की तरह दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की संभावना लाखों प्रसव में केवल एक होती है।
जानकारी अनुसार, बच्चे के शरीर का ऊपरी हिस्सा सामान्य था लेकिन कमर से नीचे तक दोनों पैर जुड़े हुए थे। डॉक्टरों ने बताया कि इस तरह के बच्चों का जीवन प्रायः बहुत कठिन होता है क्योंकि उनमें अक्सर किडनी, ब्लैडर और आंत से जुड़ी गंभीर जटिलताएँ पाई जाती हैं। जन्म के कुछ समय बाद ही अधिकांश शिशु जीवित नहीं रह पाते।
बता दें,प्रसूता महिला को जिला अस्पताल में सुरक्षित डिलीवरी कराई गई। फिलहाल माँ पूरी तरह स्वस्थ है और डॉक्टरों की निगरानी में है। डॉक्टरों का कहना है कि इस स्थिति से माँ को कोई खतरा नहीं है, लेकिन बच्चे का जीवन संकट में है।
पहले भी सामने आ चुके ऐसे मामले:
दुनिया भर में अब तक ऐसे कुछ ही मामले दर्ज किए गए हैं। भारत में भी कई बार इस तरह के जन्म की खबरें आई हैं, लेकिन यह बेहद दुर्लभ मानी जाती है। शोधों के मुताबिक इसके पीछे जेनेटिक कारण, गर्भावस्था के दौरान कुपोषण, ब्लड सप्लाई में गड़बड़ी और पर्यावरणीय कारक जिम्मेदार हो सकते है।
जैसे ही इस खबर की जानकारी फैली, अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई लोग बच्चे को देखने की कोशिश करने लगे। वही डॉक्टरों ने कहा है कि इसे कोई चमत्कार न मानकर दुर्लभ चिकित्सकीय स्थिति समझना चाहिए।
धमतरी में जन्मा यह बच्चा भले ही दुनिया के लिए एक अद्भुत घटना जैसा हो, लेकिन चिकित्सकों की नज़र में यह मेडिकल साइंस का गंभीर और शोध योग्य मामला है।
