Dipty सीएम ने कहा छत्तीसगढ़ को बदनाम करने का कृत्य किया है बघेल ने, किसी भ्रष्टाचारी और अपराधी के पक्ष नहीं आती आम जनता…

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NV News:रायपुर, 23 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ में कांग्रेस द्वारा की गई कथित आर्थिक नाकेबंदी के विरोध में भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने आज भाजपा जिला कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को बदनाम करने का कृत्य किया है। किसी भ्रष्टाचारी और अपराधी के पक्ष में छत्तीसगढ़ की जनता कभी नहीं आती।”
साव ने दावा किया कि कांग्रेस की यह नाकेबंदी पूरी तरह फ्लॉप रही और जनता ने इसका भरपूर विरोध किया। उन्होंने कहा, “जिस आर्थिक नाकेबंदी के जरिए कांग्रेस जनता को सजा देना चाहती थी, उसे जनता ने सिरे से नकार दिया। यह लोकतंत्र की जीत है और छत्तीसगढ़ की समझदार जनता की परिपक्वता का परिचायक है।”
“धन मोह में साख गवाई, अब पुत्र मोह में धृतराष्ट्र बन गए भूपेश”
अरुण साव ने भूपेश बघेल पर व्यक्तिगत हमला करते हुए कहा, “पहले धन मोह में अपनी राजनीतिक साख गवाई, अब पुत्र मोह में धृतराष्ट्र बनकर भ्रष्टाचार के समर्थन में खड़े हैं। कांग्रेस केवल शहजादों के लिए प्रदर्शन करती है, अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं का उसमें कोई मोल नहीं है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से नेतृत्वहीनता के दौर से गुजर रही है, और बघेल की साख खुद उनकी पार्टी में ही लगातार गिरती जा रही है। “जब-जब कोई भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है, भूपेश बघेल उसे ढंकने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते हैं। लेकिन अब जनता सब जानती है,” साव ने जोड़ा।
भूपेश बघेल की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया
साव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उस टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके पिता जीवित होते तो बेटे की गिरफ्तारी पर गर्व महसूस करते। इस पर अरुण साव ने तंज कसते हुए कहा, “हिंदुत्व और श्रीराम के विरोधी बयानों के लिए जेल जाने वाले नंद कुमार बघेल को अब भूपेश बघेल आदर्श मान रहे हैं। पहले कहते थे कि पिता की बातों से असहमति है, अब उनके कथनों का समर्थन कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या भूपेश बघेल को अब हिंदुत्व और राम के सम्मान में विश्वास नहीं रहा? “जो व्यक्ति हिंदुत्व को अन्याय माने, वह छत्तीसगढ़ की संस्कृति और आस्था का प्रतिनिधि कैसे हो सकता है?” साव ने कहा।
“भ्रष्टाचार को उपलब्धि मानना शर्मनाक”
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के संदर्भ में अरुण साव ने कहा कि भूपेश बघेल इस बात पर गर्व कर रहे हैं कि उनका बेटा देशभर में चर्चित हो गया। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा, “एक बाप को तब गर्व होता है जब बेटा डॉक्टर, इंजीनियर या समाजसेवी बनता है, न कि जब उसका नाम आर्थिक अपराध में आए। यह बयान दर्शाता है कि भूपेश बघेल के नैतिक मूल्य किस स्तर तक गिर चुके हैं।”
ईडी के खुलासे ने खोली पोल
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की हालिया प्रेस रिलीज का हवाला देते हुए अरुण साव ने कहा कि शराब घोटाले से जुड़े दस्तावेजों और जांच से यह स्पष्ट हो चुका है कि छत्तीसगढ़ के राजस्व को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है। साव ने कहा, “ईडी ने स्पष्ट रूप से बताया है कि चैतन्य बघेल को 16.70 करोड़ रुपये की पीओसी (प्रोसीड्स ऑफ क्राइम) मिली, जो उन्होंने अपनी रियल एस्टेट कंपनियों के जरिए समायोजित की।”
उन्होंने बताया कि चैतन्य बघेल पर शराब घोटाले से जुड़े 1000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध राशि को संभालने और कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष को हस्तांतरित करने का आरोप है। “यह एक सोची-समझी साजिश थी जिसमें प्रदेश की संपत्ति को लूटा गया,” साव ने कहा।
कांग्रेस सरकार पर आर्थिक अपराधों का आरोप
अरुण साव ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार ने शासन में रहते हुए कई घोटाले किए – जिसमें कोल, शराब, पीएससी, चावल, महादेव ऐप जैसे मामले शामिल हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार को “अनूठी भ्रष्ट सरकार” कहा जिसने “अपने ही राजस्व में डाके डाले।”
उन्होंने कहा, “सरकार में रहते प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वालों की विपक्ष में रहते नाकेबंदी की साजिशें जनता ने पूरी तरह नकार दीं।”
जनता और व्यापारिक संगठनों का धन्यवाद
भाजपा नेता ने कहा कि इस कथित आर्थिक नाकेबंदी के दौरान प्रदेश के व्यापारी, श्रमिक और आमजन ने खुलकर कांग्रेस के विरोध में अपनी आवाज उठाई। साव ने कहा, “यह छत्तीसगढ़ की जनता की ईमानदारी और राष्ट्रभक्ति का प्रमाण है कि उन्होंने किसी भ्रष्टाचार के आरोपी के समर्थन में खड़ा होना स्वीकार नहीं किया।”
प्रेस वार्ता में रहे कई प्रमुख नेता मौजूद
प्रेस वार्ता में भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, जिलाध्यक्ष रमेश ठाकुर और मुख्यमंत्री के प्रेस अधिकारी आलोक सिंह भी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कांग्रेस पर राज्य को आर्थिक और नैतिक रूप से नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
प्रदेश में कांग्रेस द्वारा की गई नाकेबंदी के खिलाफ भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाया है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव के तीखे आरोप और ईडी की जांच रिपोर्ट का हवाला इस राजनीतिक विवाद को और गहराता दिख रहा है। आने वाले दिनों में यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति में और उबाल ला सकता है।