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NV NEWS-Pope Benedict Dies: ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप बेनेडिक्ट-16 का 95 साल की उम्र में निधन हो गया है। वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। कैथोलिक ईसाई धर्म के शीर्ष नेता पोप फांसिस ने बुधवार को कहा था, कि उनके पूर्ववर्ती पोप एमेरिटस बेनडिक्ट 16वें बहुत ही बीमार हैं। उन्होंने सभी अनुयायियों से बेनडिक्ट 16वें के लिए प्रार्थना करने की अपील की थी, ताकि ईश्वर उन्हें जीवन के अंतिम समय में सुकून प्रदान करें। लेकिन, पोप फ्रांसिस की अब निधन की खबर आ रही है।
2013 में पद से दिया था इस्तीफा
पोप बेनेडिक्ट ने 600 सालों के इतिहास में पहली बार फरवरी 2013 में पोप पद से इस्तीफा दिया था। वह 95 साल के थे और वेटिकन ग्राउंट के कॉनवेट में रह रहे थे। पूर्व पोप की सेहत में हाल के सालों में बहुत गिरावट आई थी। पोप पद छोड़ने के बाद बेनडिक्ट अपना ज्यादातर समय प्रार्थना और ध्यान में बिता रहे थे। पोप फ्रांसिस वेटिकन के पॉल VI हॉल में एक आम दर्शकों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बेनेडिक्ट के गिरते स्वास्थ्य के बारे में बात की थी। पोप फ्रांसिस ने एक घंटे के संबोधन के अंत में कहा था, कि ‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि एमिरेटस पोप बेनडिक्ट के लिए विशेष प्रार्थना करें, जो शांत अवस्था में हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि वह बहुत बीमार हैं।”
8 साल तक पोप के पद पर रहे बेनेडिक्ट
पोप बेनेडिक्ट-16 जब 85 वर्ष के थे, तब फरवरी 2013 में उन्होंने कार्डिनल जोसेफ रैत्जिंगर के रूप में पोप चुने जाने के आठ साल से भी कम समय के बाद पद छोड़ने के अपने फैसले से दुनिया भर के कैथोलिकों को चौंका दिया था। सन 1415 में ग्रेगरी XII के पद छोड़ने के बाद से किसी पोप ने इस्तीफा नहीं दिया था। उस वक्त पोप ग्रेगरी ने ईसाई गुटों में किसी विवाद को लेकर इस्तीफा दिया था। पिछले साल पोप बेनेडिक्ट ने यह स्वीकार किया था कि 1980 में वो उस मीटिंग में मौजूद थे, जिसमें बाल यौन शोषण के एक आरोपी प्रीस्ट के बारे में विचार किया गया था। कुछ दिन पहले जर्मनी की एक लॉ फर्म की रिपोर्ट में पोप के हवाले से कहा गया था, कि वो ऐसी किसी मीटिंग का हिस्सा नहीं थे। पुराना बयान बदलने पर बेनेडिक्ट ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा था, कि ऐसा मेरे स्टेटमेंट की एडिटिंग में गलती के चलते हुआ।