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NV News:- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के जैतालूर मार्ग में स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 170 बटालियन के कैंप में मंगलवार को एक जवान मोहन ने इलेक्ट्रिक ब्लेड से गला व शरीर के कई अन्य अंगों को काटकर आत्महत्या कर ली।
घटना दोपहर एक से तीन बजे के बीच की बताई गई है।
साथी जवानों ने मोहन को खून से लथपथ देखकर घटना की जानकारी अधिकारियों को दी। देर शाम जवान के शव को एम्बाबिंग के लिए मेडिकल कालेज डिमरापाल भेजा गया। जहां से बुधवार सुबह जवान का शव गृह राज्य हरियाणा के लिए भेज दिया गया है।
बीजापुर थाना प्रभारी शशिकांत भारद्वाज ने नईदुनिया को चर्चा में बताया कि जैतालूर मार्ग में स्थित सीआरपीएफ कैम्प में मंगलवार को दोपहर कांस्टेबल मोहन के आत्महत्या का मामला आया था। पुलिस आत्महत्या है या हत्या सभी दृष्टिकोण से जांच कर रही है। जवान का शरीर इलेक्ट्रिक ब्लेड से कटा हुआ था। 33 वर्षीय मोहन पिता रोहित गागर वास बावनिया जिला महेंद्रगढ़ हरियाणा का रहने वाला था। अप्रैल 2009 में उसने सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर नौकरी ज्वाइन की थी।
बीजापुर में दो नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मंगलवार को दो नक्सलियों बामन पोड़ियामी और मंगलू मुहंदा उर्फ राजेश ने एसपी आंजनेय वार्ष्णेय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों कई नक्सली घटनाओं में शामिल थे।
एसपी ने बताया कि दोनों नक्सलियों ने पूछताछ में नक्सली लीडरों की प्रताड़ना और प्रशासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्य धारा में लौटने की जानकारी दी है। जप्पेमरका थाना क्षेत्र के ग्राम मिरतुर निवासी बामन वर्ष 2017 को भैरमगढ़ मेले में तैनात एक जवान की हत्या कर इंसास रायफल लूटने, वर्ष 2018 में पूर्व सलवा जुड़ूम कार्यकर्ता जगदीश की हत्या, वर्ष 2020 में तालनार सरपंच की हत्या आदि घटनाओं में शामिल था। वहीं बेदरे थाना क्षेत्र निवासी मंगलू वर्ष 2021 में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली क्षेत्र के भामरागढ़ इलाके में हुई मुठभेड़ में शामिल था।