Share this
सोमवार को चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस के बोइंग 737 विमान के क्रैश हो जाने के बाद भारत में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने देश में भी बोइंग 737 विमानों के 737 इन विमानों को सर्विलांस में रखने का फैसला किया है.
अब देश में सभी एयरलाइंस के बोइंग 737 विमान पर डीजीसीए कड़ी निगरानी रखेगा.
इस फैसले को लेकर इंडिया टुडे से बात करते हुए, डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने कहा, “उड़ान सुरक्षा एक गंभीर विषय है. हम स्थिति का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं और 737 बेड़े के विमान पर निगरानी बढ़ा रहे हैं.
बता दें कि भारत में चार एयरलाइनों के बेड़े में बोइंग 737 विमान हैं, जिनमें एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और विस्तारा शामिल है. अरुण कुमार ने कहा, “हम उड़ान प्रक्रियाओं, हवाई योग्यता और संचालन की निगरानी के लिए टीमों को तैनात कर रहे हैं.”
गौरतलब है कि सोमवार को, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस की फ्लाइट MU5735 कुनमिंग और गुआंगझोउ के बीच घरेलू उड़ान के दौरान गुआंग्शी के पहाड़ों में क्रैश कर गई. इस विमान में कुल 132 लोग सवार थे, जिनमें 123 यात्री और चालक दल के 9 सदस्य शामिल थे. इनके बचे होनी की उम्मीद नहीं है.
चीनी मीडिया के दावे के मुताबिक इस घटना को लेकर बोइंग मुख्यालय ने चाइना मीडिया ग्रुप को बताया है कि उसने चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस की उड़ान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में मीडिया रिपोर्टों पर ध्यान दिया था जिसमें उसका एक मॉडल शामिल था.
इस मामले में विमान बनाने वाली कंपनी और जानकारी जुटा रही है. हालांकि चीन में विमान हादसा किस वजह से हुआ है ये अभी साफ नहीं हो पाया है.