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NV News :बिलासपुर में एम्स और मुंगेली व जीपीएम में मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मिले और बताया कि छग में अभी सिर्फ रायपुर में ही एम्स है। बिलासपुर में एम्स की स्थापना से सरगुजा संभाग को भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि छग की जनसंख्या लगभग तीन करोड़ है। चिकित्सा सुविधा की दृष्टिकोण से राज्य में केवल एक एम्स है जो कि राजधानी रायपुर में है। ऐसे में बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग में लंबे समय से स्वास्थ्यगत समस्याओं को लेकर एम्स की
केंद्रीय मंत्री नड्डा से मिलते राज्य मंत्री तोखन
मांग जारी है। बिलासपुर संभाग में बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, रायगढ़, कोरबा, गौरेला पेंड्रा मरवाही, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले आते हैं। सरगुजा संभाग जिसमें वनांचल और जनजातीय बाहुल्य सूरजपुर, जशपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़ जिले हैं। ऐसे में लाखों लोगों को लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य सेवा के विस्तार की मांग
तोखन साहू ने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से मुंगेली और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में स्वास्थ्य सेवा के विस्तार की मांग की और कहा कि ये दोनों जिले पिछड़े हुए हैं। इन जिलों में अधिकतर आबादी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग की है। क्षेत्र में उत्कृष्ट श्रेणी का सरकारी हॉ स्पिटल न होने के कारण क्षेत्र के लोगों को रायपुर या दूसरे जगह जाना पड़ता है। इसलिए इस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बहुल जिलों में मेडिकल कॉलेज खोला जाना बहुत जरूरी है। इन जिलों में जिला मेडिकल कॉलेज खुलने से हर वर्ग को लाभ मिलेगा। क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और स्थानीय युवाओं को चिकित्सा शिक्षा मिलेगी।