Chhattisgarh News: CGMSC की एक और दवा पर सवाल! स्ट्रिप से निकलते ही टूटने लगी टैबलेट, जांच के बाद उपयोग पर रोक लगाई गई

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Raipur | छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (CGMSC) एक बार फिर विवादों में है। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में सप्लाई की गई शुगर की दवा ‘मेटफार्मिन (Metformin)’ की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। दवा संदिग्ध पाए जाने के बाद सीजीएमएससी ने इसके उपयोग और वितरण पर तत्काल रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में भेजी गई यह दवा स्ट्रिप से निकालते ही टूट रही थी, जिससे मरीजों और मेडिकल स्टाफ ने इसकी शिकायत की। प्रारंभिक जांच में दवा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर खामियां पाई गईं। इसके बाद सीजीएमएससी ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMHO) को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि फिलहाल ‘मेटफार्मिन’ टैबलेट का उपयोग और वितरण तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए।

पहले भी आ चुकी हैं संदिग्ध दवाओं की शिकायतें

यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी सीजीएमएससी द्वारा सप्लाई की गई कई दवाओं की गुणवत्ता संदिग्ध पाई जा चुकी है। कुछ महीने पहले भी कुछ दवाओं को जांच में फेल पाए जाने के बाद बाजार से वापस मंगाया गया था। अब एक बार फिर मरीजों की सेहत से जुड़ा बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर सरकारी अस्पतालों तक ऐसी निम्न गुणवत्ता वाली दवाएं कैसे पहुंच रही हैं?

जांच के आदेश, जिलों को सतर्क किया गया

सीजीएमएससी ने इस मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि ‘मेटफार्मिन’ की सप्लाई बैच नंबर, निर्माता कंपनी और वितरण विवरण की रिपोर्ट तुरंत भेजी जाए।

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