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कोरोना महामारी रोज विडंबनाओं की तस्वीर दिखा रहा है। कोरबा की एक चार साल की मासूम बच्ची बिजली के झटके से झुलस गई। इलाज के लिए उसे रायपुर लाया गया। ऑपरेशन से पहले पता चला कि उसे कोरोना है। उसका ऑपरेशन का शेड्यूल टाल दिया गया। उसे कोरोना वार्ड में भर्ती करने के लिए दूसरे अस्पताल लाया गया, जहां उसे ICU में रखा गया है।
कोरबा से आई चांदनी ने बताया, उसकी चार साल की बहन मीनाक्षी ने अनजाने में घर के पास लगे ट्रांसफॉर्मर को छू लिया। इसकी वजह से उसके दोनों हाथ झुलस गए। सभी लोग उसे लेकर रायपुर आए। यहां डीकेएस अस्पताल में उसे ले जाया गया। वहां ऑपरेशन होना था। वहां बताया गया कि उसको कोरोना है। यहां भर्ती नहीं की जा सकती। इसे मेडिकल कॉलेज के अस्पताल ले जाएं। उसके बाद परिजन बच्ची को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए हैं। अस्पताल प्रबंधन का कहना है, बच्ची को ICU में रखकर निगरानी की जा रही है। सर्जन ने उसकी जांच कर ली है। उसके इलाज की प्रक्रिया चल रही है। इसमें कोई कोताही नहीं होगी। डॉक्टरों का कहना है, कोरोना संक्रमण का असर संभावनाओं से कहीं अधिक व्यापक है। एकदम सामान्य से दिख रहे लोग भी कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। दुर्घटनाओं और दूसरी बीमारियों के शिकार लोग जब अस्पताल पहुंच रहे हैं तो संक्रमित होने का पता चल रहा है।
मंगलवार काे 16 मरीजों की मौत
छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों के मौत की दर बढ़ी हुई दिख रही है। मंगलवार को 16 मरीजों की मौत दर्ज हुई है। इसमें से 12 लोग ऐसे थे जिनको दूसरी गंभीर बीमारियों और दुर्घटनाओं की वजह से अस्पताल लाया गया था। यहां कोरोना संक्रमण का पता चला। 4 मरीजों की मौत केवल कोरोना की वजह से हुई। 31 जनवरी को प्रदेश में 19 मरीजों की जान गई थी। अब तक 13 हजार 869 लोगों की जान इस महामारी की वजह से जा चुकी है।