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N.V. न्यूज़ जांजगीर : छत्तीसगढ़ में 9 अक्टूबर से प्रो रेसलिंग टूर्नामेंट आयोजित किया गया. जिसमे द यूनिक वार के नाम से देश-विदेश के फाइटर्स के बीच जंग हुई। जंग बहुत ही रोमांचक रही दर्शकों में जुनून तो तब देखने को मिला जब सभी एक सुर में “उठो लायन उठो” चिल्लाने लगे, आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के एक छोटे से गांव अमोरा के निवासी प्रतिक तिवारी इस जंग में शामिल थे जिनको एफएफडब्ल्यू में द लॉयन के नाम से जाना जाता है।
उनकी लड़ाई नेपाली रेसलर अमित से करवाई गई दोनों के बीच काफी रोमांचक जंग रही। रिंग में दोनों एक दूसरे को उठापटक रहे थे कई दफा दोनों बेसुध होकर जमीन पर गिरे। इसी बीच नेपाली रेसलर अमित नियमों के विरुद्ध जाकर एक क्रूरता रूप अपनाया और प्रतिक के शरीर पर पिन चुभोने लगे, इसी दौरान प्रतीक लहूलुहान हुए, उनके पीठ, सीने और सर से खून बहने लगी, इस घटना के बाद प्रतीक काफी समय तक जमीन पर पड़े रहे, तभी दर्शकों ने एक लय में “उठो लायन उठो” चिल्लाकर हौसला अफजाई किये तभी प्रतीक ने छत्तीसगढ़ का लाज रखते हुए हिम्मत दिखाई और एक ही झटके में नेपाल रेसलर को धराशाई कर दिए।
कौन है प्रतीक ‘द लायन’ : जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लॉक के अमोरा गांव का रहने वाला है 26 साल का प्रतीक. जिसने 12वीं तक की शिक्षा अपने गांव में ही पूरी की है. इसके बाद ग्रेजुएशन किया है. प्रतीक के पिता बताते है कि ” बचपन से ही प्रतीक को रेसलिंग देखने और वैसा ही बनने का शौक था. जिसके बाद उन्होंने अपने इकलौते बेटे को रेसलिंग में भेजने का ठान लिया और द ग्रेट खली के पास प्रशिक्षण के लिए भेजा. 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद ट्रेनिंग लेकर प्रतीक अब तक 200 से अधिक रेसलिंग में हिस्सा ले चुका है. प्रतीक अब प्रदेश में आयोजित होने वाले प्रो रेसलिंग में अपना दम दिखाने को तैयार है.