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N.V.News राजनांदगांव/छुरिया: हमारा संविधान जाति के आधार पर होने वाली भेदभाव को समाप्त करने के लिए अंतर्जातीय विवाह को वैध मानता है लेकिन राजनांदगांव जिले के छुरिया ब्लॉक के बखरूटोला गांव में रहनेवाला दामले परिवार साल भर से इस दंश को झेल रहा है. अपना गांव छोड़ इस परिवार को दूसरे गांव की दुकान से राशन सहित अन्य सामग्री लेनी पड़ रही है. वहीं, पुलिस और जनप्रतिनिधि इस मामले पर मदद नहीं कर रहे हैं।
रागा बाई दामले ने बताया कि एक साल पहले उनके बेटे सरोज दामले ने गांव की ही युवती राधिका साहू से प्रेम विवाह कर लिया था. जब वे गांव में लौटे तो ग्रामीणों के द्वारा बैठक बुलाई गई और सरोज दामले और राधिका साहू की जमकर पिटाई की गई. साथ ही जाति के आधार पर उनके साथ गाली-गलौच भी की गई. 40 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया प्रेम विवाह में साथ देने गांव के पांचवों युवकों पर भी 25-25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया।
पीड़ित गरीब परिवार 40000 रुपए नहीं दे पाने की बात कहीं तो पीड़ित परिवार को सार्वजनिक और सामाजिक रूप से बहिष्कार कर दिया गया. सरोज दामले-राधिका साहू ग्रामीणों की डर से बाहर रह रहे हैं. पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत करते हुए देव सागर गुप्ता भूपेंद्र साहू महेंद्र नेटी मोनू गुप्ता भूषण साहू किशोर साहू चरण साहू कुलदीप साहू महेंद्र साहू और दिलीप साहू के नाम लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
आज के इस आधुनिक युग में भी इस तरीके का सामाजिक बहिष्कार हमारे सामाजिक जीवन पर प्रश्न चिन्ह उठाता है. साथ ही दबंगों की दबंगई के चलते यह पूरा परिवार बहिष्कृत है. बहरहाल, देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है।