CGन्यूज़:संविदा कर्मियों ने लाल स्याही में मुख्यमंत्री को लिखा खत -जो वादा किया है निभाना पड़ेगा: ताकेश्वर साहू

Share this

NV न्यूज़ मुंगेली : जिला संयोजक मुंगेली ताकेश्वर साहू ने बताया कि संविदा कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के पांचवे दिन मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी । छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के द्वारा आज मुंगेली कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर नियमितीकरण की मांग किया।

कांग्रेस सरकार पर लगाया आरोप

संविदा कर्मियों ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वर्ष 2018 में भाजपा शासनकाल में नियमितीकरण की मांग भाजपा से चल रही थी, वही आंदोलन के दौरान बिन बुलाए मेहमान बनकर आए कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं ने स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,उपमुख्यमंत्री टी.एस.स़िहदेव, कैबिनेट मंत्री  कवासी लखमा ने आंदोलनरत संविदा कर्मियों से कहा था कि यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो आप को 10 दिवस के भीतर नियमितीकरण सर्वप्रथम किया जाएगा । वर्ष 2018 के चुनावी घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 11 में भी सरकार ने संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का वादा किया है लेकिन साढ़े 4 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक सरकार ने नियमितीकरण का वादा पूरा नहीं किया।

लाल स्याही से लिखा खत साथ ही लेबो नियमितिकरण मेंहदी लगाया

संविदा कर्मियों ने धरना स्थल आगर खेल परिसर मुंगेली में प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की,हड़ताल के दौरान संविदा कर्मियों ने ,”कका हम शर्मिंदा हैं, संविदा में तिल -तिल कर जिंदा है ” के नारे लगाए और लेबो नियमितिकरण मेहंदी लगाकर सरकार को कड़ा संदेश दिया। वहीं मुख्यमंत्री को बकायदा लालस्याही से चिट्ठी लिखकर नियमितीकरण करने का अनुरोध किया। संविदा कर्मियों ने इसके पहले भी कई बार नौकरी की सुरक्षा, रोजी-रोटी को बचाने नियमितीकरण को लेकर विभिन्न प्रकार के पत्राचार की है लेकिन लाल स्याही का उपयोग नहीं किया था।

वादा खिलाफी बाजी कर रही है सरकार

कांग्रेस जब सत्ता में नहीं थी तब सत्ता में आने के लिए लोकलुभावन वादे किए । साढ़े 4 सालों से कहते आ रहे हैं कि जानकारी मंगा रहे हैं इन साढ़े 4 सालों में सरकार ने संविदा कर्मचारियों को केवल गुमराह किया है। भारी बहुमत से सत्ता में रहने के बावजूद सरकार ने संविदा कर्मियों को छला है। अब संविदा कर्मियों ने ठान लिया है कि जब तक सरकार नियमितीकरण का आदेश जारी नहीं करती तब तक वह अनिश्चितकालीन हड़ताल में डटे रहेंगे ।

Share this