CG Ujjwala Yojana: सिलेंडर डिलीवरी में नया बदलाव, कालाबाजारी पर लगेगा ब्रेक…NV News

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रायपुर/(CG Ujjwala Yojana): छत्तीसगढ़ में रसोई गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।अब उज्ज्वला योजना और एनएफएसए (NFSA) कनेक्शन धारियों को गैस सिलेंडर की डिलीवरी केवल मोबाइल पर मिले OTP (वन टाइम पासवर्ड) बताने के बाद ही मिलेगी। यह नया नियम कालाबाजारी और फर्जी बुकिंग पर लगाम लगाने के लिए लागू किया गया है।

सरकार को हो रहा था करोड़ों का नुकसान:

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग को संदेह था कि उज्ज्वला और एनएफएसए कनेक्शनधारियों के नाम पर अवैध तरीके से गैस सिलेंडरों की बुकिंग हो रही है। कई बार सिलेंडर असली लाभार्थी को न देकर ब्लैक मार्केट में ऊंचे दाम पर बेच दिए जाते थे। इससे सरकार को हर महीने करोड़ों रुपए की सब्सिडी का नुकसान झेलना पड़ रहा था।

राज्य सरकार की ओर से इन लाभार्थियों को 450 रुपए प्रति सिलेंडर की सब्सिडी और केंद्र सरकार की ओर से 300 रुपए प्रति सिलेंडर की सब्सिडी सीधे डीबीटी के माध्यम से दी जाती है। ऐसे में फर्जी बुकिंग से सरकार को दोहरी मार पड़ रही थी,न तो गैस असली लाभार्थी तक पहुंच रही थी और न ही सब्सिडी का सही उपयोग हो रहा था।

हर महीने की बुकिंग पर शक:

खाद्य विभाग ने आंकड़ों का विश्लेषण किया तो सामने आया कि पहले जब सब्सिडी नहीं दी जाती थी, तब एक साल में औसतन 6 से 9 सिलेंडर ही रिफिल होते थे। लेकिन अब हर महीने सिलेंडर रिफिल कराए जा रहे हैं। इससे शक गहराया कि कहीं डीलर या अन्य लोग लाभार्थियों के नाम पर सिलेंडर बुक करवा कर उन्हें बाजार में महंगे दामों पर तो नहीं बेच रहे।

इसी शक की पुष्टि तब हुई जब यह पता चला कि बुकिंग लाभार्थी के नाम से हो रही है, परंतु सिलेंडर किसी और के पास पहुंच रहा है। ऐसे में सब्सिडी का पैसा तो सरकार को देना पड़ता है, लेकिन गैस का असली लाभार्थी वंचित रह जाता है।

36 लाख से ज्यादा कनेक्शन पर असर:

छत्तीसगढ़ में उज्ज्वला योजना के अंतर्गत अब तक 36,76,260 गैस कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। अकेले रायपुर जिले में ही 1,65,918 उज्ज्वला कनेक्शन हैं। नए नियम के लागू होने से अब इन सभी उपभोक्ताओं को डिलीवरी के समय मोबाइल पर आया OTP बताना अनिवार्य होगा। जब तक OTP नहीं दिया जाएगा, सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी।

गैस एजेंसियों को मिले सख्त निर्देश:

खाद्य विभाग ने इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को सख्त निर्देश दिए हैं कि राज्य में उज्ज्वला और एनएफएसए लाभार्थियों को OTP वेरिफिकेशन के बाद ही सिलेंडर की डिलीवरी करें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि रिफिल की गई गैस सही व्यक्ति तक पहुंचे और कालाबाजारी पर रोक लगे।

भूपेंद्र मिश्रा, नियंत्रक, खाद्य विभाग रायपुर ने बताया,“यह व्यवस्था पारदर्शिता लाने और सब्सिडी के दुरुपयोग को रोकने के लिए की गई है। अब सिलेंडर केवल OTP बताने पर ही दिया जाएगा, जिससे असली लाभार्थी को ही गैस मिलेगी।”

कैसे काम करेगा नया सिस्टम?:

• लाभार्थी जब सिलेंडर की बुकिंग करेगा, तो उसके मोबाइल पर एक OTP आएगा।

• डिलीवरी के समय डीलर को यह OTP बताना होगा।

• OTP मिलने के बाद ही सिलेंडर लाभार्थी को सौंपा जाएगा।

• यदि OTP नहीं बताया गया, तो सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी।

• कालाबाजारी पर लगेगी पूरी तरह रोक

इस नए सिस्टम से सिलेंडरों की कालाबाजारी पर पूरी तरह लगाम लगेगी। पहले कई बार देखा गया कि एक ही लाभार्थी के नाम पर महीनों में कई बार सिलेंडर बुक हो जाते थे और उन्हें बाजार में ऊंचे दाम पर बेच दिया जाता था। अब OTP वेरिफिकेशन से ऐसी गड़बड़ी संभव नहीं होगी, क्योंकि बिना OTP के सिलेंडर की डिलीवरी ही नहीं हो पाएगी।

उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत:

नया नियम लागू होने से असली लाभार्थियों को ही सब्सिडी का लाभ मिलेगा और उन्हें समय पर सिलेंडर भी मिल सकेगा। साथ ही, सरकार को होने वाला करोड़ों का नुकसान भी रुक जाएगा।

कब से लागू होगा नियम?:

खाद्य विभाग ने साफ कर दिया है कि यह नियम तुरंत प्रभाव से लागू किया जाएगा। अब सभी गैस एजेंसियों को OTP सिस्टम अपनाना होगा।

छत्तीसगढ़ सरकार का यह कदम न केवल पारदर्शिता लाएगा, बल्कि उज्ज्वला योजना के असली लाभार्थियों तक गैस सिलेंडर की पहुंच सुनिश्चित करेगा और कालाबाजारी पर पूरी तरह से रोक लगाएगा।

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