CG Train Accident: बिलासपुर रेल हादसे के बाद फिर हड़कंप — एक ही ट्रैक पर तीन ट्रेनें दिखीं, रेलवे ने बताया ‘सुरक्षित सिस्टम’
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बिलासपुर:- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेल हादसे को अभी दो दिन भी नहीं बीते थे कि उसी रूट पर फिर से एक चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला। कोटमी सोनार और जयरामनगर स्टेशन के बीच गुरुवार को एक ही ट्रैक पर लगातार तीन ट्रेनें दिखाई दीं — सबसे आगे मालगाड़ी, उसके पीछे एक यात्री ट्रेन और फिर उसके पीछे एक और मालगाड़ी। यह पूरा घटनाक्रम यात्रियों ने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिसके बाद वीडियो तेजी से वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होते ही यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया। कई लोग ट्रेन से नीचे उतर गए और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाने लगे। गौरतलब है कि दो दिन पहले मंगलवार को इसी रूट पर कोरबा-बिलासपुर मेमू लोकल ट्रेन की मालगाड़ी से जोरदार टक्कर हो गई थी, जिसमें 11 यात्रियों की मौत और 20 से अधिक घायल हुए थे। हादसे के बाद रेल विभाग और राज्य सरकार दोनों ने मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता और घायलों को मुआवजा देने की घोषणा की थी।
रेलवे प्रशासन का बयान: “यह सामान्य और सुरक्षित प्रक्रिया है”
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी या दुर्घटना का संकेत नहीं है। रेलवे ने बताया कि यह ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम (Automatic Signalling System) का हिस्सा है, जो पूरी तरह सुरक्षित और नियंत्रित प्रक्रिया के तहत काम करता है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस प्रणाली में लगभग हर एक किलोमीटर के अंतराल पर सिग्नल लगे होते हैं। जब एक ट्रेन आगे बढ़ती है और सिग्नल पार करती है, तभी पीछे वाली ट्रेन को उसी ट्रैक पर आगे बढ़ने की अनुमति मिलती है। इससे ट्रेनों का क्रमबद्ध संचालन सुनिश्चित होता है।
अधिकारियों ने बताया कि यह सिस्टम वर्ष 2023 से इस रेलखंड में लागू है और मालगाड़ी एवं यात्री ट्रेनें दोनों इसी प्रणाली के तहत संचालित की जाती हैं। यह व्यवस्था भारतीय रेल की आधुनिक सिग्नलिंग तकनीक का हिस्सा है और इससे किसी प्रकार का खतरा नहीं होता। रेलवे ने यात्रियों और आम जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो या भ्रामक पोस्ट पर विश्वास न करें।
मंगलवार को हुआ था भीषण रेल हादसा:-
मंगलवार को कोरबा से बिलासपुर की ओर आ रही मेमू लोकल ट्रेन स्टेशन से पहले खड़ी एक मालगाड़ी से जा टकराई थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मेमू ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। हादसे में लोको पायलट समेत 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और करीब 20 यात्री घायल हुए थे। इस हादसे के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा जांच शुरू की गई है, जबकि केंद्रीय और राज्य सरकार ने मिलकर मुआवजे की घोषणा की है।
