CG Top 2% Scientists: PRSU के 6 प्रोफेसर और ISRO के वैज्ञानिक ने रचा इतिहास…NV News 

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रायपुर/(CG Top 2% Scientists): छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है, जब राज्य के 8 वैज्ञानिकों ने विश्व की शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में जगह बनाई है। यह सूची अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की जाती है और एल्सेवियर द्वारा प्रकाशित की जाती है। यह उपलब्धि न केवल इन वैज्ञानिकों की व्यक्तिगत मेहनत का परिणाम है, बल्कि राज्य के शैक्षणिक और शोध क्षेत्र की वैश्विक पहचान को भी मजबूती देती है।

पीआरएसयू (PRSU) के 6 प्रोफेसर शामिल:

इस प्रतिष्ठित सूची में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (पीआरएसयू), रायपुर के छह प्राध्यापकों का नाम शामिल है। इनमें फार्मेसी विभाग से

• प्रो. शैलेन्द्र साराफ,

• प्रो. स्वर्णलता साराफ,

• प्रो. मंजू सिंह,

• प्रो. दीपेन्द्र सिंह,

• प्रो. अंबर व्यास शामिल हैं।वहीं रसायन शास्त्र विभाग से प्रो. कमलेश श्रीवास ने जगह बनाई है।

पीआरएसयू के कुलपति प्रो. सचिदानंद शुक्ल ने इसे विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि यह उपलब्धि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को और मजबूत करेगी। साथ ही यह युवा शोधार्थियों को प्रेरित करेगी कि वे नवोन्मेषी शोध की दिशा में काम करें।

बलरामपुर के छोटे गांव से ISRO तक का सफर:

इस सूची में बलरामपुर जिले के बसकेपी गांव से निकलकर बड़ा मुकाम हासिल करने वाले डॉ. सचिन गुप्ता का नाम भी शामिल है।डॉ. गुप्ता को यह सम्मान सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, विशेषकर नेटवर्किंग और दूरसंचार क्षेत्र में किए गए उनके शोध कार्यों के लिए मिला है।

वर्तमान में वे सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र के तहत इसरो (ISRO) के एवियोनिक्स विभाग में रिसर्च प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उनका कहना है कि यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत गर्व की बात है, बल्कि प्रदेश के युवाओं को वैज्ञानिक शोध की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

डॉ. बीना गिडवानी का नाम चौथी बार:

कोलंबिया इंस्टीट्यूट के फार्मेसी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बीना गिडवानी का नाम लगातार चौथी बार इस सूची में शामिल हुआ है।डॉ. बीना को 17 वर्षों का शोध अनुभव है। उनका कार्यक्षेत्र साइक्लोडिक्सट्रिन, नैनो-टेक्नोलॉजी, वेलिडेशन, सोलुबिलिटी और मेथड डेवलपमेंट जैसे विषयों पर केंद्रित है। उनके कई शोधपत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।

कोलंबिया इंस्टीट्यूट के प्रबंधन किशोर जादवानी, हरजीत सिंह हुरा, प्रिंसिपल प्रो. रवींद्र कुमार पांडे और एचओडी प्रो. शिव शंकर शुक्ला ने उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।

क्यों खास है यह लिस्ट:

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी-एल्सेवियर की यह सूची दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक रैंकिंग में से एक है। इसे तैयार करने में कई मानकों का मूल्यांकन किया जाता है, जैसे:

• शोध पत्रों की संख्या और गुणवत्ता

• शोध का वैश्विक प्रभाव

• उद्धरण (Citations)

• शोध उत्पादकता

इस सूची में शामिल होना यह दर्शाता है कि वैज्ञानिकों का काम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ के लिए मील का पत्थर है। राज्य के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के लिए यह साबित करता है कि यहां की प्रतिभाएं किसी भी बड़े शहर या संस्थान से कम नहीं हैं।

पीआरएसयू के कुलपति ने कहा,“हमारे प्रोफेसरों का इस सूची में शामिल होना पूरे विश्वविद्यालय और प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। यह हमारे विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।”

इन वैज्ञानिकों की सफलता न केवल राज्य की शैक्षणिक क्षमता को दर्शाती है, बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी वैश्विक स्तर पर शोध में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।

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