CG Steel Plant accident: झुलसे शव, गम में डूबे परिवार और सवालों के घेरे में प्रबंधन…NV News

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CG Steel Plant accident: रायपुर के सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड में शुक्रवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे ने छह परिवारों की खुशियां छीन लीं। हादसे में दो मैनेजर, दो असिस्टेंट मैनेजर और दो हेल्परों की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए। झुलसे शवों की हालत इतनी खराब थी कि परिजनों को पहचानने में कठिनाई हुई।

शनिवार सुबह पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए। इस दौरान अस्पताल में कोहराम मचा रहा। परिवार के सदस्य रो-रोकर बेहाल हो गए। मृतकों में जीएल प्रसन्ना कुमार (विशाखापत्तनम), घनश्याम घोरमरे (छिंदवाड़ा), निराकार मल्लिक (नन्तार महाकाल पारा), कालीघोटला प्रसन्ना कुमार (गारिवड़ी मंडालम), तुलसी राम भट्ट (खौना सिलयारी) और नारायण साहू (अकोली) शामिल हैं।

कांग्रेस की मांग,50 लाख मुआवजा और निष्पक्ष जांच:

कांग्रेस नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को 20 लाख रुपये देने की मांग की।

युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सजल चंद्राकर ने आरोप लगाया कि यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की खुली अनदेखी का नतीजा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो सड़क से सदन तक आंदोलन किया जाएगा।

युवक कांग्रेस की चार प्रमुख मांगें:

1.प्लांट मालिक और प्रबंधन पर तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए।

2.उच्च स्तरीय जांच कर लापरवाही के दोषियों को चिन्हित किया जाए।

3.मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और घायलों का निशुल्क उपचार हो।

4.औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।

घटना स्थल पर जांच टीम, रिपोर्ट जल्द:

श्रम एवं औद्योगिक स्वास्थ्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शनिवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। सुरक्षा उपायों से जुड़े दस्तावेज खंगाले गए। विभाग ने कहा कि विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

कंपनी ने की मदद की घोषणा:

कंपनी के निदेशक विनोद पिल्लै ने कहा कि अब तक 46 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मृत कर्मचारियों के योग्य परिजनों को नौकरी, और यदि कोई योग्य सदस्य नहीं है तो 62 वर्ष की आयु तक पेंशन दी जाएगी। साथ ही, दिवंगत कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च कंपनी वहन करेगी।

घायलों का इलाज जारी, एक को मिली छुट्टी:

छह घायलों में से एक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि पांच अन्य आईसीयू में हैं। एक कर्मचारी की हालत नाजुक होने के कारण उसे ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया।

सुरक्षा पर उठे सवाल:

इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में श्रमिक सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मजदूर संगठनों का कहना है कि जब तक सख्त सुरक्षा कानून लागू नहीं होंगे, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।

नेताओं का अस्पताल दौरा, पीड़ित परिवारों की आंखों में न्याय की आस:

हादसे के बाद अस्पताल में नेताओं का आना-जाना जारी रहा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, सुशील आनंद शुक्ला और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अमित बघेल सहित कई नेता घायलों से मिलने पहुंचे।

पीड़ित परिवार अब सरकार और प्रशासन से न्याय व मुआवजे की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मजदूर नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

यह हादसा न केवल छह जिंदगियां लील गया, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल भी खोल गया। अब सबकी निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई और जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।

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