CG Staffup: दुर्ग बनेगा टेक हब, 35 कंपनियां आईटी पार्क में निवेश कर सकती हैं…NV News

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दुर्ग/(CG Staffup): दुर्ग अब टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप के क्षेत्र में बड़ा कदम उठा रहा है। सोमवार को आईआईटी भिलाई और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच दुर्ग में राज्य का पहला आईटी पार्क स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश और दुर्ग नगर निगम आयुक्त सुमीत अग्रवाल उपस्थित थे।

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव, महापौर अलका बाघमार, कलेक्टर अभिजीत सिंह और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री गजेंद्र यादव ने आईटी पार्क के महत्व, जिले पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव और युवाओं के लिए संभावित रोजगार अवसरों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि,आने वाले वर्षों में दुर्ग को टेक्नोलॉजी हब के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां स्टार्टअप, नवाचार और उद्योग मिलकर नए अवसर उत्पन्न करेंगे।

महापौर अलका बाघमार ने इस पहल को युवाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और इसे जिले की प्रगति की दिशा में मील का पत्थर करार दिया। आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने कहा कि,यह राज्य का पहला आईटी पार्क होगा, जिसका उद्देश्य आईटी से जुड़ी सेवाओं और रोजगारों को एक ही छत के नीचे लाना है। उन्होंने बताया कि, यदि युवाओं को अच्छी ट्रेनिंग दी जाए तो उन्हें बाहर जाकर काम करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

दुर्ग का आईटी पार्क सिविल लाइन क्षेत्र में 3,900 वर्ग मीटर भूमि पर स्थापित किया जा रहा है, जिसमें कुल निर्मित क्षेत्रफल 2,907.26 वर्ग मीटर है। पार्क के भवन में पहले कामकाजी महिला छात्रावास का उपयोग किया गया, जिसे आधुनिक आईटी ऑफिस में परिवर्तित किया गया। इसमें 40 बड़े ऑफिस रूम, पांच हॉल, मैस और पूरी बिल्डिंग बाउंड्रीवाल से घिरी हुई है। हर ऑफिस में कंपनियां आसानी से संचालन कर सकती हैं।

आईटी पार्क में साफ्टवेयर डेवलपमेंट, सूचना प्रौद्योगिकी, डेटा एनालिटिक्स, फिनटेक, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रो. राजीव प्रकाश ने बताया कि, यह पार्क न केवल रोजगार, बल्कि शिक्षा, प्रशिक्षण और उद्यमिता के क्षेत्र में भी जिले को नई दिशा देगा।

देश और प्रदेश की करीब 35 कंपनियों ने इस आईटी पार्क में आने और स्टार्टअप शुरू करने में रुचि दिखाई है। कंपनियां युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार देने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, पार्क में इनोवेशन लैब और ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे युवा तकनीकी कौशल विकसित कर सकेंगे।

विशेषज्ञों का मानना है कि, दुर्ग का यह आईटी पार्क जिले को नई पहचान देगा और तकनीकी नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता को बढ़ावा देगा। स्थानीय युवाओं को यहां रोजगार मिलने के साथ ही उन्हें वैश्विक स्तर की तकनीकी ट्रेनिंग भी उपलब्ध होगी।

आईटी पार्क के विकास से दुर्ग में स्टार्टअप इकोसिस्टम मजबूत होगा, नए व्यवसायिक अवसर पैदा होंगे और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, यह क्षेत्र राज्य की आर्थिक वृद्धि और युवाओं के लिए रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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