“CG Sports News”: महासमुंद के पैरा एथलीट्स ने रचा इतिहास, जीते 5 मेडल…NV News

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महासमुंद/(CG Sports News):ग्वालियर के अटल बिहारी वाजपेई दिव्यांग खेल प्रशिक्षण केंद्र में 29 से 31 अगस्त तक आयोजित 14वीं जूनियर एवं सब-जूनियर नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन किया। समाज कल्याण विभाग से मान्यता प्राप्त संस्था फॉर्च्यून फाउंडेशन, कर्मापटपर बागबाहरा के पाँच दिव्यांग खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में कुल पाँच पदक अपने नाम किए।

सुखदेव का डबल गोल्ड:

जूनियर पुरुष वर्ग की टी-11 कैटेगरी में सुखदेव ने अपनी गति और जज्बे से सबको प्रभावित किया। उन्होंने 400 मीटर और 1500 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। सुखदेव इससे पहले 11-12 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित 7वीं ओपन इंटरनेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी 1500 मीटर में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। इस बार लगातार दो बड़े टूर्नामेंट में गोल्ड जीतकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह भविष्य में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं।

निखिल और नीलम का जलवा:

इसी प्रतियोगिता में टी-12 कैटेगरी के 1500 मीटर रेस में निखिल कुमार यादव ने शानदार दौड़ लगाकर स्वर्ण पदक हासिल किया।वहीं, सब-जूनियर महिला वर्ग की टी-12 कैटेगरी में नीलम टंडन ने 400 मीटर दौड़ में रजत पदक जीतकर महासमुंद का मान बढ़ाया। नीलम ने अपनी इस उपलब्धि से यह दिखाया कि अगर संकल्प मजबूत हो तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।

देवमोती को ब्रॉन्ज, नोशन चौथे स्थान पर:

टी-11 कैटेगरी की लॉन्ग जंप प्रतियोगिता में देवमोती ने कांस्य पदक जीतकर जिले के मेडल कलेक्शन में और इजाफा किया।इसके अलावा टी-2 कैटेगरी की 1500 मीटर दौड़ में नोशन लाल पटेल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान प्राप्त किया। हालांकि वह मेडल से चूक गए, लेकिन उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा।

टीम का मजबूत सहयोग:

संस्था के संस्थापक एवं राष्ट्रीय टीम के प्रशिक्षक व मैनेजर निरंजन साहू ने बताया कि इस प्रतियोगिता में महासमुंद से तीन बालक और दो बालिका खिलाड़ियों की टीम शामिल हुई थी। खिलाड़ियों का मार्गदर्शन और सहयोग करने के लिए कोच-मैनेजर और गाइड रनर देवेंद्र ठाकुर व मेघराज यादव, साथ ही सहायक स्टाफ में दिव्य लोचन और रश्मि साहू भी मौजूद थे। निरंजन साहू ने कहा कि यह उपलब्धि टीम के सामूहिक प्रयास और खिलाड़ियों की मेहनत का नतीजा है।

खिलाड़ियों को मिली शुभकामनाएं:

खिलाड़ियों की इस शानदार सफलता पर जिले के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और जिला प्रशासन ने बधाई दी। सभी ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में ये खिलाड़ी राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करेंगे।

खिलाड़ियों की मेहनत और चुनौतियां:

फॉर्च्यून फाउंडेशन के खिलाड़ियों का सफर आसान नहीं रहा है। संसाधनों की कमी और सीमित सुविधाओं के बावजूद उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया। संस्था ने न केवल खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया।सुखदेव ने प्रतियोगिता के बाद कहा,

“यह जीत मेरे कोच और टीम के समर्थन के बिना संभव नहीं थी। अब मेरा लक्ष्य एशियन और वर्ल्ड पैरा चैंपियनशिप में भारत के लिए मेडल जीतना है।”

महासमुंद बन रहा पैरा एथलेटिक्स का हब:

लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने से यह साफ हो रहा है कि महासमुंद जिले में पैरा एथलेटिक्स के प्रति खिलाड़ियों का रुझान बढ़ रहा है। संस्था खिलाड़ियों को बेहतर ट्रेनिंग और मार्गदर्शन दे रही है। जिला प्रशासन भी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आगे आ रहा है।

14वीं जूनियर एवं सब-जूनियर नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 महासमुंद के खिलाड़ियों के लिए ऐतिहासिक साबित हुई। सुखदेव, निखिल, नीलम और देवमोती ने कुल 5 मेडल जीतकर जिले का मान बढ़ाया। इन खिलाड़ियों की उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयास की जीत है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ में पैरा खेलों के उज्ज्वल भविष्य का संकेत भी है।

इस शानदार प्रदर्शन के साथ महासमुंद के ये खिलाड़ी आने वाले बड़े टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हैं और प्रदेशवासियों को उनसे और बड़ी उम्मीदें हैं।

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