CG Scam update: जेल की दीवारों के बीच चमकेगी नेताओं की दिवाली…NV News

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रायपुर/(CG Scam update): इस दिवाली पर छत्तीसगढ़ में एक दुर्लभ और गुमशुदा नज़ारा देखने को मिलेगा। कांग्रेस सरकार के शासनकाल के दौरान सामने आए 9 बड़े घोटालेों के आरोपी 31 मंत्री, अधिकारी एवं उद्योगपति इस साल दीपावली रायपुर सेंट्रल जेल की सलाखों के भीतर मनाएंगे। जेल प्रशासन ने साफ कह दिया है कि इन्हें कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाएगी वही नियम, वही व्यवस्था जो सामान्य कैदियों के लिए है।

कौन-कौन हैं आरोपी,और किस घोटाले में?:

इन 9 घोटालों में शामिल आरोपों की प्रकृति विविध है,शराब तस्करी, कोल-लेवी में अनियमितता, DMF (माइनिंग फंड) की गड़बड़ी, कस्टम मिलिंग, ऑनलाइन सट्टा, NAN घोटाला, दवाओं की खरीद, CGPSC घोटाला आदि।

नीचे कुछ प्रमुख नाम और मामले:

शराब घोटाला: पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल, सेवानिवृत्त आईएएस अनिल टुटेजा, मनीष मिश्रा, अभिषेक सिंह, मुकेश मनचंदा, अतुल कुमार सिंह, दीपेन चावड़ा आदि आरोपी।

CGPSC घोटाला: पूर्व PSC अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, उद्योगपति श्रवण कुमार गोयल व अन्य।

दवाइयों/उपकरणों की खरीद (CGMSC): शशांक चोपड़ा, बसंत कुमार कौशिक, कमलकांत पाटनवार, डा. अनिल परसाई, दीपक बंधे, क्षिरोद रौतिया आदि।

• NAN घोटाला (नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला): इस मामले में अनिल टुटेजा व आलोक शुक्ला को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है।

• अन्य मुख्यमंत्री-मुआवजा घोटाले, भूमि अधिग्रहण, NGO घोटाले, महादेव ऐप सट्टे, इत्यादि में भी नाम शामिल हैं।

इनमें से कुछ आरोपी जमानत पर बाहर हैं,विशेष रूप से NAN घोटाले में सुविख्यात नाम अनिल टुटेजा‌ और आलोक शुक्ला को जमानत मिल चुकी है।अनवर ढेबर, जो शराब व कस्टम मिलिंग में आरोपी थे, फिलहाल पेरोल पर बाहर हैं, दिवाली के बाद यानी 21 अक्टूबर को उन्हें पुनः जेल लौटना है।

जेल में दिवाली,कैसी होगी?:

• प्रशासन की मंशा स्पष्ट है,कोई भेदभाव नहीं, कोई विशेषाधिकार नहीं। आरोपी बाकी कैदियों के समान ही वातावरण में दिवाली मनाएंगे।

• पूजा, आरती, दीप जलाना जो रोज़मर्रा का साधारण कार्यक्रम है, वही व्यवस्था उनके लिए भी होगी।

• कोई विशेष आहार, विश्राम कक्ष, या अतिरिक्त सुविधाएँ नहीं दी जाएंगी।

• मेटरियल, सजावट या कोई बड़ा आयोजन भी संभव नहीं जेल सुरक्षा एवं व्यवस्था को देखते हुए।

• इस माहौल में, राजनीतिक हलचल से भी कैदियों को अलग रखा जाएगा।

• जेल अधिकारियों का कहना है कि, “इन आरोपियों के साथ अन्य कैदियों जैसा व्यवहार किया जाएगा।”

राजनीतिक और जांच की गहमागहमी:

छत्तीसगढ़ सरकार ने संकेत दिए हैं कि, इन घोटालों की जांच को और तीव्र किया जाएगा। वर्तमान में ED, राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और CBI की संयुक्त टीमें कई मामलों में कार्रवाई कर रही हैं।

सरकार की नज़रों में यह पहला मौका है जब एक ही समय में इतने नामी नेताओं व अफसरों पर कार्रवाई चल रही है।इस पृष्ठभूमि में दिवाली की यह सलाखों के पीछे की रोशनी कुछ सवाल खड़ी करती है,न्याय की गति, सज़ाओं की सख्ती, और सत्ता-संश्लिष्ट अपराधों पर जवाबदेही का ट्रैक रिकार्ड।

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