CG PWD: PWD का सख्त एक्शन! समय पर काम नहीं तो ठेकेदार सीधे आउट…NV News 

Share this

रायपुर/(CG PWD): छत्तीसगढ़ लोक निर्माण विभाग (PWD) ने अब निर्माण कार्यों में देरी के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति लागू कर दी है। विभागीय सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने साफ संकेत दिए हैं कि, तय समय-सीमा में काम पूरा न करने वाले ठेकेदारों पर अब कठोर कार्रवाई होगी। ऐसे ठेकेदारों को न सिर्फ नोटिस जारी किए जाएंगे, बल्कि उनकी पंजीयन श्रेणी डिग्रेड की जाएगी और जरूरत पड़ने पर अनुबंध भी समाप्त कर दिया जाएगा।

नवा रायपुर स्थित निर्माण भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं और कार्यपालन अभियंताओं ने सड़क, सेतु और भवन निर्माण कार्यों की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में आरआरपी (RRP), आरसीपीएलडब्ल्यूईए (RCPLWEA) और राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत चल रहे परियोजनाओं की स्थिति पर विस्तृत चर्चा हुई। सचिव ने स्पष्ट कहा कि, निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और गति दोनों अनिवार्य हैं, और इसकी जिम्मेदारी हर स्तर पर अधिकारियों की होगी।

उन्होंने सभी परियोजनाओं की लगातार और सख्त मॉनिटरिंग की जरूरत बताते हुए कहा कि, अब विभाग में लापरवाही या देरी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में प्रमुख अभियंता वी.के. भतपहरी, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के रायपुर क्षेत्रीय अधिकारी, अपर सचिव एस.एन. श्रीवास्तव, राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता ज्ञानेश्वर कश्यप और सेतु परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता एस.के. कोरी भी उपस्थित रहे।

डिजिटल सिस्टम से बढ़ेगी कार्य गति:

विभागीय कार्यों को और तेज करने के लिए ई-ऑफिस सिस्टम को पूरी तरह लागू करने के निर्देश भी दिए गए। 1 दिसंबर से सभी फाइलें ई-ऑफिस के माध्यम से ही संचालित की जाएंगी, जिससे प्रक्रियाओं में न सिर्फ तेजी आएगी बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी। कार्य स्वीकृति मिलने के बाद निविदा जारी करने में अनावश्यक देरी न हो, इसके लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

ठेकेदारों पर होगी कड़ी कार्रवाई:

सचिव ने स्पष्ट कहा कि, जो ठेकेदार काम शुरू नहीं करते, धीमी गति से काम करते हैं या समय पर कार्य पूरा नहीं करते, उनके खिलाफ तुरंत नोटिस जारी किया जाए। परिस्थितियों के अनुसार उनका पंजीयन डिग्रेड या समाप्त किया जाएगा। साथ ही शिक्षा से जुड़े भवनों और छात्रावासों के निर्माण कार्यों को आगामी शिक्षा सत्र से पहले पूरा कराने पर भी जोर दिया गया, ताकि छात्रों को समय पर सुविधाएं मिल सकें।

कई बड़े प्रोजेक्ट अंतिम चरण में:

बैठक में बताया गया कि, दंतेवाड़ा जिले में गीदम जनपद से बांगाबाड़ी बायपास और सुकमा जिले में झापरा–पुसपल्ली मार्ग का निर्माण 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। दोनों कार्य दिसंबर के अंत तक पूरे कर लेने का लक्ष्य है। इसके अलावा कांकेर जिले में खैरखेड़ा–गोटीटोला मार्ग 60 प्रतिशत पूरा हो गया है और इसे भी दिसंबर तक पूरा किया जाएगा।

गीदम–दंतेवाड़ा–किरंदुल मार्ग का उन्नयन व नवीनीकरण 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है, जिसे जनवरी 2026 तक पूर्ण करने की योजना है। कोंडागांव जिले में कोपरा–टाटीपारा मार्ग और बास्तानार के आईटीआई भवन का निर्माण अगले वर्ष मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

PWD की इस सख्त कार्रवाई और डिजिटल सिस्टम के लागू होने से उम्मीद है कि प्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और गति में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।

Share this