CG News:बुजुर्गों की देखभाल के लिए सियान गुड़ी,चार शहरों में होंगे शुरू…NV News
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बुजुर्ग हमारे अनुभव, परंपरा और संस्कृति के असली वाहक हैं। उनकी सेवा केवल परिवार की ही नहीं बल्कि पूरे समाज और सरकार की जिम्मेदारी है। इसी सोच के साथ छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के चार बड़े शहरों रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और दुर्ग में आधुनिक सुविधाओं से युक्त वृद्धाश्रम स्थापित करने का ऐलान किया है। इन वृद्धाश्रमों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर विकसित किया जाएगा।
यह घोषणा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मंडपम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस समारोह में की। इस दौरान सीएम ने वरिष्ठ नागरिकों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित भी किया।
बुजुर्गों की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा:
सीएम साय ने कहा कि वृद्धजन दिवस हमें हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है। उन्होंने अपने गुरु का उल्लेख करते हुए कहा- “माता-पिता की सेवा ही ईश्वर की पूजा है। मैंने हमेशा इसी आदर्श को अपनाया है।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बुजुर्गों का सम्मान करें और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करें ताकि उनका जीवन और अधिक सुरक्षित और सम्मानजनक हो सके।
स्वास्थ्य और सुरक्षा योजनाओं का लाभ:
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश की पेंशन योजनाओं से 14 लाख बुजुर्ग लाभान्वित हो रहे हैं। आयुष्मान भारत और शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 8 लाख से अधिक बुजुर्गों को अब तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा चुकी है। वहीं, मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना और श्रीरामलला दर्शन योजना से 50 हजार से ज्यादा वरिष्ठजन लाभान्वित हुए हैं।
दिव्यांगों के लिए सर्विस सेंटर और नशामुक्ति रथ:
कार्यक्रम में सीएम ने राजधानी रायपुर में दिव्यांगजनों के सहायक उपकरणों की मरम्मत के लिए सर्विस सेंटर बनाने की भी घोषणा की। साथ ही, नशामुक्त भारत अभियान के तहत 25 नशामुक्ति रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो प्रदेशभर में जागरूकता फैलाएंगे।
वृद्धाश्रमों की मौजूदा स्थिति:
समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि फिलहाल प्रदेश के 35 वृद्धाश्रमों में 1049 वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल की जा रही है। इसके अलावा, 6 जिलों में प्रशामक देखरेख गृह भी संचालित हैं। विभागीय हेल्पलाइन से अब तक 54 हजार से अधिक बुजुर्गों की समस्याओं का समाधान किया गया है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्वास्थ्य जांच शिविर:
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के मौके पर कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोकगीत और नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसने माहौल को सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। इसके साथ ही वरिष्ठजनों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया।
पर्यटन साथी पहल, युवाओं के लिए नए अवसर:
कार्यक्रम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक खास पहल की भी शुरुआत की गई। जिला प्रशासन रायपुर और ईज माई ट्रिप के बीच पर्यटन साथी पहल के तहत एमओयू हुआ। इस योजना में युवाओं को आईटीआई सड्डू में टूर गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। हर बैच में 50 युवाओं को शामिल किया जाएगा और तीन महीने का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
समाज और सरकार की साझी जिम्मेदारी:
सीएम ने कहा कि आज के बुजुर्ग कल के युवा थे और भविष्य में हम सबको भी उसी स्थिति से गुजरना होगा। इसलिए बुजुर्गों की सेवा और देखभाल हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। सरकार योजनाओं और सेवाओं के माध्यम से लगातार प्रयास कर रही है कि उन्हें सम्मान और सुरक्षा मिले, लेकिन इसमें समाज की भूमिका भी उतनी ही जरूरी है।
इस अवसर पर मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, मोतीलाल साहू, इन्द्र कुमार साहू और अनुज शर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
