CG न्यूज़:33 जिला के कलेक्टर और मुख्यमंत्री  के नाम ज्ञापन सौंपने का संकल्प लेकर निकाली गई संविदा कर्मियों की रथ यात्रा…NV न्यूज़

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N.V. न्यूज़ मुंगेली : संविदा कर्मियों की रथ यात्रा 15वें दिन पहुची मुंगेली जिला बिलासपुर के बाद दिनांक 31 मई 2023 को रथयात्रा मुंगेली के रवाना हुई जिला मुंगेली के सीमा प्रारम्भ ग्राम पंचायत बरेला से ही रथ की शुरूआत आतिशबाजी कर बाजे गाजे के साथ भारी संख्या में बाईक रैली के साथ संविदा कर्मियों ने जोरदार स्वागत किया और मुंगेली की ओर अग्रसर हुए।

रथयात्रा एवं रैली पुरे रास्ते आकर्षण का केन्द्र बना रहा है कौशलेश तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष, श्रीकांत लास्कर प्रदेश सचिव, अशोक कुर्रे मरनेगा प्रदेश अध्यक्ष, संजय सोनी प्रदेश उपाध्यक्ष परमेश्वर कोैशिक आईटी आई प्रदेश अध्यक्ष, टेकलाल पाटले, गौरेला जिला संयोजक ताकेश्वर साहू, जिला संयोजक, अमित दुबे, सह संयोजक,अजय क्षत्री सचिव मुख्य रूप से शामिल हुए।

जरहागांव, मुंगेली में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि नियमितिकरण वादे को पूरा नहीं किया जाना गैर लोकतांत्रिक है।

साढ़े चार साल बाद भी जन घोषणा पत्र में किए वादे को पूरा नही किए जाने के कारण शासन प्रशासन को ध्यानाकर्षण के लिए संविदा नियमितिकरण रथयात्रा निकाल रहे हैं। जो कि दिनांक 16 मई से जांजगीर चांपा के शिवरीनायण से होते हुए बिलासपुर संभाग के जिले एवं सरगुजा संभाग के जिलों से होकर 33 जिला के कलेक्टर और मुख्यमंत्री  के नाम ज्ञापन सौंपने का संकल्प लेकर निकाली गई है।

श्रीकांत लास्कर, प्रदेश सचिव, ने कहा की संविदा कर्मचारियों कि स्थिति डार के चुके बेन्दरा- अषाढ़ के चुके किसान की भांति हो गई है। जन घोषणा पत्र में जो वादा किया गया है कि समस्त अनियमित संविदा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को रिक्त पदों पर नियमितीकरण की कार्यवाही की जावेंगी एवं किसी की छटनी नही की जावेगी।

लेकिन छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां पर जन घोषणा का अपमान एवं मुख्यमंत्री के वचनों को दरकिनारे किया जा रहा है। नियमितीकरण तो दूर संविदा कर्मचारियों को नवीन सीधी भर्ती में न ही संविलियन किया जा न किसी प्रकार से प्राथमिकता अथवा आयु सीमा में छूट दी जा रही है।

जिला संयोजक ताकेश्वर साहू ने कहा कि नियमितीकरण हेतु समिति का गठन किया गया है साथ ही साथ नियमितीकरण के संबंध में सभी विभागोें के कार्यालय से जानकारी चली गई है बार-बार विधानसभा में भी प्रश्न-उत्तोरी की गई है।  मुख्यमंत्री  भी प्रचार-प्रसार के माध्यम से नियमितीकरण की बात निरंतर कर रहे है। लेकिन कार्यवाही आपेक्षित है। न जाने किस कारण से संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण से वंचित रखा जा रहा है।

अजय क्षत्रिय, सचिव ने कहा कि सरकार के पास अब बहुत कम समय शेष बचा है, सरकार जनघोषना पत्र में किए गए वादा पूरा करना तो दूर पत्राचार में भी जवाब नहीं देती। ऐसे में लोकतंत्र में जवाबदेही किसकी होती है यही सवाल का उत्तर लेने हम सभी छत्तीसगढ़ में आम जनता से न्याय मांग रहे हैं।

परमेश्वर कौशिक प्रदेश अध्यक्ष आईटीआई एवं जिला सचिव बिलासपुर ने बताया कि 45 वर्ष से अधिक आयु होने के कारण बंहुत से संविदा कर्मचारी सीधी भर्ती में शामिल नही पा रहें है। साथ ही इनही के संविदा पदों के विरूद्व कई विभागों में नियम को दरकिनारे कर भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किए जा रहे है। और इन्हें रिक्त पदों में दिखाया जा रहा है। जबकि पूर्व में शासन-प्रशासन द्वारा विधानसभा एवं नियमितीकरण हेतु गठित समिति ने जानकारी मंगाई है उसमें कार्यरत कर्मचारियों की संख्या एवं उपयोगिता भी बतलाई गई है।

प्रांतीय टीम एवं जिला संयोजक गौरेला टेकलाल पाटले, ने कहा कि सरकार के मुखिया  भूपेश बघेल जी द्वारा 14 फरवरी 2019 को कर्मचारियों के मंच पर आकर यह घोषणा की गई थी कि, यह वर्ष किसानों का है अगला वर्ष आप कर्मचारियों का होगा।

प्रिया यादव ने कहा कि बहुत ही चिंताजनक बात है कि, ना केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि सरकार तथा सरकार के मुखिया द्वारा कही गई संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की कोई भी बात आज पर्यंत तक सत्य नहीं हुई है सरकार के मुखिया के नाते  मुख्यमंत्री महोदय विधानसभा में या अन्य मीडिया माध्यमों में नियमितीकरण की अपनी बात तो कहते हैं किंतु आज तक इस पर किसी भी प्रकार का ठोस अमल नहीं किया गया ।

राज्य का हर विभाग का प्रत्येक संविदा कर्मचारी आक्रोशित है और इसी आक्रोश के कारण प्रदेश के संविदा कर्मचारी लामबंद होकर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय ले चुके हैं ।

अमित दुबे उप जिला संयोजक मुंगेली ने कहा कि मानसून सत्र में प्रस्तुत अनुपूरक बजट में अनिवार्य रूप से नियमितीकरण को पूरा करते हुए अपना वादा कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकार को पूरी करनी चाहिए।

मनीष तम्बोली ने कहा की इन चार सालों में संविदा कर्मीचिारयों का वेतन वृद्वि भी नही किया गया है। जबकि वित्त विभाग कहना था का नियमित कर्मचारियों के मंहगाई भत्ते के बाद वेतन वृद्वि किया जावेगा।, संविदा कर्मचारियो के साथ सौतेला व्यवहार क्यों..

रमेश मेरसा अध्यक्ष रोजगार सहायक संघ ने समर्थन जताते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने किए गये वादे पर कायम नही है रोजगार सहायको का मानदेय 9500 की बात मिडिया में प्रसारित किया गया है लेकिन आज भी बढे हुए वेतन नही दिए जा रहे है।

अशोक कुर्रे ने की यात्रा का अंतिम जिला रायपुर होगा जिसमें एक विशाल प्रदर्शन मांगों को लेकर किया जाएगा तथा आप सभी संविदा कर्मचारी साथियों का आवाहन करते हुए आंदोलन को अनिश्चितकालीन आंदोलन का रूप दिया जाएगा।

मुंगेली जिले के संविदा कर्मचारियों ने कहा कि साढ़े चार साल से आवेदन निवेदन का नहीं हुआ असर, तो नियमितीकरण की जवाबदेही किसकी ,आज हम सब मजूबर होकर सड़क पर आंदोलन के लिए बाध्य हुए है। इस कार्यक्रम में जिला मुंगेली के विनायक गुप्ता,भानु पात्रे, सुकृति तिवारी, नवीन जायसवाल, महेश डाहिरे,सूर्यकांत उपाध्याय, प्राणेश मेश्राम, बलेन्द्र मिश्रा, मनीष गुप्ता,लव सिंह, कलेश्वर साहू,नितिन चंद्राकर,नीतू दिवाकर,योगेश सोनी,अवि साहू त्रिभुवन कंवर,होमेंद्र साहू,मनीष देवांगन, धनंजय,सीमा मांझी, बीना धृतलहरे,ज्योति राज, कल्पना राजपुत, सुमित जायसवाल ,पवन निर्मलकर,देवी साहू ,ओम प्रकाश साहू, नम्रता पाल ,लिलक कुमार ,गोविंद साहू, उत्तम ध्रुव,केदारनाथ, राघवेंद्र ,कोमेश,योगेश , नारायण,गंगा साहू, दिनेश पांडेय,रमेश मेरसा,विनोद, गणेश , रोहित,संजय,अमित खांडेकर प्रमुख पदाधिकारी सहित जिला मुंगेली के समस्त संविदा कर्मचारी हड़ताल में उपस्थित रहे।।

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