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N.V.News रायपुर: विधानसभा में आरक्षण विधेयक को पास हुए 4 महीने से ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन फिर भी यह विधेयक कानून का रूप नहीं दे पाया इसके पीछे राज्यपाल का हस्ताक्षर आज संविधान निर्मात्री निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जन्म दिवस है इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरक्षण विधेयक हस्ताक्षर नहीं होने को लेकर राजभवन की भूमिका के उपाय प्रश्न उठाया उन्होंने कहा की किसी भी विधेयक को रोकने का कार्यकाल फिक्स होना चाहिए विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं होने की समीक्षा होनी चाहिए।
आरक्षण विधेयक पर पिछले 4 महीनों से सियासत गरमाई हुई है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद से राज्य के भीतर आरक्षण का लाभ प्राप्त करने वाले लाखों लोग आरक्षण में कटौती के बाद सड़क पर उतर आए थे, जिसके बाद विधानसभा में सत्र के दौरान आरक्षण विधेयक लाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में विधेयक को अनिश्चितकाल तक रोकने का अधिकार है, उसकी समीक्षा की जाने की जरुरत है, राज्यपाल सार्वजनिक हित के फैसले नहीं ले पा रहे हैं, 4 महीना हो गया, आरक्षण विधेयक राजभवन में रुका हुआ है, हमारे बच्चों की परीक्षाएं हैं और विधेयक अभी तक अटका है।