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N.V.News मुंगेली: मुंगेली जिले में लगातार बढ़ रही गौ-तस्करी की घटनाओं को लेकर आज कांग्रेस पार्टी अनुसूचित जाति जिला अध्यक्ष एवं अधिवक्ता इंद्रजीत सिंह कुर्रे के नेतृत्व में रोहित शुक्ला (अध्यक्ष नगर पालिका मुंगेली), थानेश्वर साहू (पूर्व पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष), संजीत बनर्जी (पूर्व विधानसभा प्रत्याशी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने एडिशनल कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से प्रतिनिधिमंडल ने राज्य और जिले में विशेषकर ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों में हो रही अवैध गो-तस्करी पर चिंता जताई और इस पर रोक लगाने के लिए प्रशासन से ठोस कार्रवाई की माँग की।
ज्ञापन में बताया गया कि छत्तीसगढ़ कृषि पशु संरक्षण अधिनियम, 2004 के लागू होने के बावजूद गोवंश की अवैध ढुलाई, हत्या और व्यापार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। यह न केवल धार्मिक आस्थाओं को आहत कर रहा है, बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती बनता जा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में निम्न प्रमुख मांगें रखीं:
1. गौ सुरक्षा टास्क फोर्स का गठन:
विशेष टास्क फोर्स बनाकर जिले व राज्य स्तर पर गौ-तस्करी की निगरानी की जाए।
2. कानूनी सख्ती: गौ-तस्करी को गैर-जमानती अपराध घोषित कर सजा 7 से 10 वर्ष तक बढ़ाई जाए।
3. सुरक्षा निगरानी: तस्करी के संभावित मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, रात्रि गश्त बढ़ाई जाए और चेक पोस्ट की व्यवस्था की जाए।
4. हेल्पलाइन और मोबाइल ऐप: राज्य स्तर पर एक विशेष गौ-तस्करी विरोधी हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल ऐप विकसित की जाए, जिससे आम नागरिक भी सूचना दे सकें।
5. स्थानीय गौशालाओं को सहायता: जिले की गौशालाओं को नियमित आर्थिक सहायता, पशुचिकित्सक और चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
6. ग्राम स्तर पर निगरानी: प्रत्येक ग्राम पंचायत में “गौ रक्षक समिति” गठित कर उन्हें निगरानी का अधिकार दिया जाए।
7. गो-परिवहन की प्रक्रिया सख्त की जाए:
गायों की ट्रांसपोर्टिंग के लिए अनुमति प्रक्रिया को सख्त किया जाए तथा डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर तहसीलदार/अनुविभागीय अधिकारी से अनुमति अनिवार्य की जाए।
8. गौठानों की स्थिति में सुधार:
जहाँ गौठान बने हैं, वहाँ उन्हें आवश्यक फंड, संसाधन और निगरानी में लाकर गायों की देखरेख की जाए। जिन गांवों में गौठान नहीं हैं, वहाँ गौचर भूमि से अतिक्रमण हटाकर गौठान निर्माण कराया जाए।
कांग्रेस की प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि गाय भारतीय संस्कृति, आस्था और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। गौमाता हिन्दू समाज की आस्था का प्रतीक हैं और उनके प्रति हिंसा, तस्करी या वध समाज में आक्रोश उत्पन्न करती है। तस्करी के दौरान गायों को अमानवीय स्थिति में ठूंसा जाता है, जिससे अनेक पशुओं की मृत्यु हो जाती है या वे गंभीर रूप से घायल हो जाती हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हमें यह जानकारी मिली है कि कुछ तस्कर गिरोह सुनियोजित तरीके से गौवंश को इकट्ठा कर उन्हें पड़ोसी जिलों या राज्यों में वध हेतु भेज रहे हैं। ये गिरोह स्थानीय युवाओं को लालच देकर इस अवैध कार्य में संलग्न कर रहे हैं। ऐसे में गौ-तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों को अनदेखा करना समाज और संविधान दोनों के विरुद्ध है।
ज्ञापन सौंपने वालों में इंद्रजीत सिंह कुर्रे (अधिवक्ता) अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी अजा मुंगेली, रोहित शुक्ला (अध्यक्ष नगर पालिका मुंगेली), थानेश्वर साहू (पूर्व पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष), संजीत बनर्जी (पूर्व विधानसभा प्रत्याशी), जीवन बंजारा (अधिवक्ता), सूरज यादव (पार्षद), रमेश राजपूत, आयुष सिंह, विनोद कुमार पाटले, स्वपनील सिंह, शुभम सिंह, नेतराम साहू, सेखसकूर, राजेश्वर सिंह, राहुल साहू, मिनेस, भृगु साहू, राकेश, कृष्णकांत बंजारा एवं अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मौके पर इंद्रजीत सिंह कुर्रे ने प्रशासन से अपील की कि जिले में गौ-तस्करी पर रोक लगाने हेतु जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि गायों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके और धार्मिक व सामाजिक सौहार्द बना रहे।