CG Naxal Attack: माओवादियों का आईईडी ब्लास्ट, CRPF जवान गंभीर रूप से घायल…NV News
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CG Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रविवार दोपहर एक आईईडी (Bomb) ब्लास्ट में CRPF के एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना जिले के फूलबगड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत गोगुंडा के जंगल-पहाड़ी इलाके में हुई, जहाँ 74वीं बटालियन के जवान एरिया डैमिनेशन ड्यूटी पर निकले थे।
जानकारी अनुसार, यह घटना रविवार दोपहर करीब 1.45 बजे सुरक्षा दल ने गश्ती एवं एरिया क्लियरेंस के लिए जंगल-पहाड़ी इलाके की ओर प्रस्थान किया था। तभी अचानक रास्ते पर छिपा आईईडी विस्फोट हुआ। इसमें एक जवान के पैर में गंभीर चोटें आईं। मौके पर मौजूद साथी जवानों ने तत्काल उस घायल जवान को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर प्राथमिक चिकित्सा दी।
घायल जवान को तुरंत बेहतर इलाज के लिए हेलिकॉप्टर द्वारा रायपुर के अस्पताल ले जाया गया। अधिकारीयों ने बताया कि, पैर में चोटें काफी गंभीर हैं, और जवान फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी स्थिति पर नजर बनी हुई है।
ब्लास्ट के बाद सुरक्षा बलों ने आसपास के क्षेत्र में सघन सर्च अभियान छेड़ दिया है। इस कार्रवाई में आसपास के जंगल-पाहाड़ी इलाकों में माओवादी गतिविधियों पर खास नजर रखी जा रही है। पुलिस अनुसार यह हमला गश्ती दल को निशाना बनाकर किया गया था – माओवादियों द्वारा पूर्व में लगाए गए बम व आईईडी का प्रयोग इस तरह की घात-प्रायास में अक्सर देखा गया है।
फूलबगड़ी थाना पुलिस ने इस मामले को तुरंत दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी तक किसी माओवादी समूह द्वारा हमले की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जिले में बढ़ती माओवादी चुनौतियों के मद्देनज़र सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क हैं। पुलिस अधिकारीयों ने कहा है कि, विस्तृत जानकारी और सुराग जुटाने के बाद ही घटना की पूरी पड़ताल जारी होगी।
यह घटना उस समय सामने आई है जब छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाके माओवादियों का गढ़ बने हुए हैं और सुरक्षा बलों की गश्ती तथा एरिया क्लियरेंस ड्यूटी जारी है। इस तरह की कार्रवाईयों में आईईडी विस्फोटों का खतरा बना रहता है, इसलिए जवानों द्वारा एक्स्ट्रा सतर्कता बरती जा रही है।
सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को स्थानीय सहयोगी-सूचनाओं (इंफॉर्मेशन) पर भी निर्भर रहना पड़ता है, क्योंकि माओवादी अपने उग्र नेटवर्क व जंगल मार्गों को इस्तेमाल करते हैं। इस ब्लास्ट के बाद स्थानीय पुलिस-सुरक्षा बलों ने गश्ती एवं तलाशी अभियान तेज कर दिया है और आसपास के गाँवों तथा मार्गों पर नाकाबंदी बढ़ा दी है।
पुलिस का मानना है कि, घायल जवान की जान सुरक्षित बचना बड़ी राहत है, लेकिन इस तरह के हमलों का संकेत है कि, माओवादी अब भी सक्रिय हैं और सुरक्षित क्षेत्रों में भी घात-प्रायास कर सकते हैं। वहीं सुरक्षा बलों ने ग्रामीणों से भी अपील की है कि, यदि उन्हें संदिग्ध गतिविधियाँ दिखें तो तुरंत पुलिस या सीआरपीएफ को सूचित करें ताकि भविष्य में ऐसे कोप-प्रयास रोके जा सकें।
घटने के तुरंत बाद पटवारी-थानाध्यक्ष-सहायता टीम सहित स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो गया है। प्राथमिक चिकित्सा के बाद घायल जवान की हालत स्थिर बताई गई है, लेकिन पूरे इलाज और आगे की जांच के बाद ही उन्हें सामान्य कार्य पर लौटने की अनुमति मिलेगी। घायल जवान को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है, और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूरी तत्परता से इस मामले की जाँच जारी है।
