“CG Investment”: कोरियाई टेक्नोलॉजी से बदलेंगे छत्तीसगढ़ के उद्योग,पढ़ें पूरी खबर…NV News 

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CG News: छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री श्विष्णुदेव साय लगातार वैश्विक निवेशकों से संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को सियोल (दक्षिण कोरिया) में एशिया के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कोरिया इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन (KITA) के चेयरमैन जिन सिक युन और वाइस प्रेसिडेंट किम की ह्यून से मुलाकात की। यह बैठक न सिर्फ निवेश और औद्योगिक साझेदारी के लिहाज़ से अहम रही, बल्कि इसने छत्तीसगढ़ और कोरिया के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को भी और गहरा किया।

KITA, एशिया का सबसे बड़ा व्यापारिक मंच:

कोरिया इंटरनेशनल ट्रेड एसोसिएशन यानी किटा, 77,000 से अधिक कंपनियों और उद्योगपतियों का प्रतिनिधित्व करने वाला संगठन है। एशिया में इसे व्यापार और औद्योगिक साझेदारी के लिए सबसे प्रभावशाली मंच माना जाता है। किटा के साथ सीएम साय की यह मुलाकात छत्तीसगढ़ को वैश्विक औद्योगिक नक्शे पर नई पहचान दिलाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।

छत्तीसगढ़ की औद्योगिक ताकत पर जोर:

बैठक में सीएम साय ने राज्य की औद्योगिक नीति 2024-30 का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा, कृषि उत्पाद और कुशल मानव संसाधन के मामले में बेहद समृद्ध है। यही वजह है कि यहां निवेशकों को उद्योग स्थापित करने के लिए हर तरह की संभावनाएँ और अनुकूल माहौल उपलब्ध हैं।साय ने कहा कि राज्य सरकार न केवल निवेशकों को आकर्षित करना चाहती है, बल्कि उन्हें त्वरित स्वीकृति, आधारभूत ढांचा और सुगम वातावरण प्रदान करने के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

व्यापार ही नहीं, सांस्कृतिक रिश्ते भी:

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि कोरिया और छत्तीसगढ़ के रिश्ते केवल व्यापार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनके बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जुड़ाव भी है। इस पृष्ठभूमि में निवेश और तकनीकी सहयोग के साथ-साथ कौशल विकास के क्षेत्र में भी नए रास्ते खुलेंगे। इसका सीधा लाभ प्रदेश के युवाओं को मिलेगा, जिन्हें आधुनिक उद्योगों में रोज़गार और प्रशिक्षण के अवसर प्राप्त होंगे।

निवेश को लेकर उत्साहित कोरियाई कंपनियां:

किटा के चेयरमैन जिन सिक युन और वाइस प्रेसिडेंट किम की ह्यून ने भी छत्तीसगढ़ की निवेश-अनुकूल नीतियों और प्राकृतिक संसाधनों की सराहना की। उन्होंने साफ किया कि कोरियाई कंपनियाँ राज्य में निवेश को लेकर गंभीर हैं और आने वाले समय में ठोस साझेदारी पर काम किया जाएगा।

किन-किन क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं?:

• सीएम साय ने कोरियाई प्रतिनिधियों को भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ में निवेश से किसानों, श्रमिकों और स्थानीय उद्यमियों को प्रत्यक्ष लाभ होगा।

• खाद्य प्रसंस्करण में निवेश से किसानों की आय बढ़ेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

• इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल उद्योग युवाओं के लिए हज़ारों रोज़गार पैदा करेंगे।

• स्टील सेक्टर में सहयोग से राज्य की मौजूदा ताकत को और गति मिलेगी।

• वहीं, नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्र पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक विकास की दिशा में नई राह खोलेंगे।

तकनीकी हस्तांतरण और स्किलिंग पर जोर:

बैठक में इस बात पर विशेष बल दिया गया कि केवल पूंजी निवेश ही नहीं, बल्कि तकनीकी हस्तांतरण और कौशल विकास भी इस साझेदारी का अहम हिस्सा रहेगा। कोरिया की आधुनिक तकनीक अगर स्थानीय उद्योगों तक पहुँचेगी, तो उनकी गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में जबरदस्त सुधार होगा। साथ ही, छत्तीसगढ़ के युवाओं को अत्याधुनिक स्किल्स सीखने का अवसर मिलेगा।

प्रदेश की विकास यात्रा में नया अध्याय:

मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का लक्ष्य केवल उद्योग स्थापित करना नहीं है, बल्कि ऐसा वातावरण तैयार करना है जिससे निवेशक और आम जनता दोनों को लाभ मिले। उनका विश्वास है कि कोरिया के साथ यह सहयोग छत्तीसगढ़ को न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाएगा।

भविष्य की संभावनाएं:

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की अंतरराष्ट्रीय साझेदारी छत्तीसगढ़ की आर्थिक वृद्धि दर को तेज करेगी। इसके साथ ही यह प्रदेश को भारत के औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी। आने वाले समय में अगर कोरियाई कंपनियों का निवेश साकार रूप लेता है, तो यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में आर्थिक परिवर्तन का बड़ा अध्याय होगा।

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