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N.V.News Raipur : जगदलपुर के पारस ज्वेलर्स तथा रायपुर में तीन सराफा कारोबारियों के यहां आईटी छापा के तीसरे दिन जांच सिमटने लगी है। अल्टी अफसर रायपुर के एक और जगदलपुर के पारस ज्वेलर्स में डटे हुए हैं। इन तीनों ही कारोबारियों से जांच टीम को शुक्रवार तक तीन करोड़ रुपए कैश मिला था।
सूत्रों बताया कि इन कारोबारियों के यहां से बड़े पैमाने पर कच्चे में लेन-देन करने के दस्तावेज भी मिले हैं।साथ ही कारोबारियों के यहां से तीन लॉकर मिले हैं। हमारे सूत्रों ने बताया कि पारस ज्वेलर्स के यहां से 20 किलो सोना और 30 लाख रुपए मिले हैं। इन कारोबारियों के यहां रिकार्ड से अधिक स्टाक मिलने की खबर है।
चांदी के 5 हजार किलो आभूषण और बर्तन तथा 80 किलो स्वर्ण आभूषण मिलने की जानकारी सूत्रों ने दिए हैं। अब तक मिले तीन करोड़ में से आईटी अफसरों ने सवा करोड़ सीज कर लिया है। जब्त चांदी के आभूषणों की कीमत 30 करोड़ बताई जा रही है। और सोने की कीमत 24 करोड़ बताई गई है। आयकर अफसरों ने बताया इन कारोबारियों से 22 प्रतिशत की दर से आयकर और उस पर पेनाल्टी वसूला जा सकता है।
आयकर अफसरों ने अरिहंत के संचालक उत्तम गोलछा, राजधानी ज्वेलर्स के संजय पारख और पारस ज्वलेर्स के इंदरचंद जैन के बयान धारा 132 (4) के तहत दर्ज किया है। इन कारोबारियों के परिवारजनों से भी अतिरिक्त आभूषण मिले हैं जो लिमिट से अधिक है।
गौरतलब है कि आयकर टीमों ने शुक्रवार को दोपहर अरिहंत ज्वेलर्स, राजधानी ज्वेलर्स के साथ जगदलपुर के पारख ज्वेलर्स के 10 ठिकानों पर दबिश में एक करोड़ रुपए कैश सीज किया था। दूसरे दिन की पड़ताल में राशि बढक़र तीन करोड़ हो गई। आईटी अफसर इसमें से पक्के और कच्चे की जानकारी जुटा रहे हैं। वहीं अफसरों को कारोबारियों से बड़े पैमाने पर स्टॉक में गड़बड़ी भी पकड़ा है। स्टॉक का वेरिफिकेशन के साथ मूल्यांकन किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में रायपुर के सराफा कारोबारियों के तीन लॉकर मिले हैं। तीनों लॉकर कारोबारियों के परिजनों के नाम से ऑपरेट किए जा रहे हैं। जिनके नाम पर लॉकर हैं, उनके यहां नहीं होने की वजह से लॉकर को खोला नहीं है। सूत्रों के मुताबिक स्टॉक वेरिफिकेशन के बाद लॉकर की जांच होगी।
इन ज्वेलर्स से जो कच्चे में लेन-देन के दस्तावेज हाथ लगे हैं, उनमें पुराने के साथ नई ज्वेलरी की खरीदी-बिक्री के दस्तावेज हैं। इनमें गोल्ड के साथ डायमंड ज्वेलरी शामिल है। कच्चे में लेन-देन की एंट्री लैपटॉप में की जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक कारोबारियों ने मुंबई, कोलकाता से कच्चे में गोल्ड सूरत से डायमंड मंगाए जाने संबंधित दस्तावेज और रसीदों के आधार पर डिलीवरी करने वाले कारोबारी से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही वास्तविक स्टॉक का खुलासा होगा