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NV News रायपुर: Chhattisgarh Board Exam 2024 स्काउट गाइड, खेलकूद और विद्याभारती समेत अन्य विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दसवीं और बारहवीं के 2,239 छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बोनस अंक दिए जाएंगे। लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) की ओर से सूची माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) को भेज दी गई है। इन्हीं बोनस अंकों के सहारे बहुत सारे छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण भी होते हैं।
अभी तक बोनस अंक मेरिट सूची में भी जुड़ते थे, जो छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते थे, उन्हें इसका लाभ मिलता है। इन्हीं बोनस अंकों के सहारे मेरिट लिस्ट में शामिल हो जाते थे। कई बार बोनस अंक पाने वाले छात्र में टाप टेन में भी शामिल हुए हैं।
गौरतलब है कि पढ़ाई के अलावा शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता, स्काउट गाइड, विद्याभारती, खेल एवं युवा कल्याण, साक्षरता मिशन, एनसीसी और एनएसएस के छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने पर बोनस अंक मिलते हैं।
खेलकूद में छात्रों की संख्या अधिक को मिलेंगे। 10वीं 563 और 12वीं के 860 छात्र-छात्राओं को बोनस अंक मिलेंगे। स्काउट गाइड में 10वीं के 510 और 12वीं के 236 छात्र-छात्राएं बोनस अंक के लिए पात्र हैं।
विद्याभारती में 10वीं में पांच और बाहरवीं में 14 छात्रों को बोनस अंक मिलेंगे, वहीं खेल एवं युवा कल्याण विभाग से 10वीं के 30 और 12वीं के 21 छात्रों का चयन हुआ है। साक्षरता मिशन, एनसीसी और एनएसएस में एक भी छात्र-छात्राएं नहीं है, जिन्हें बोनस अंक मिलेगा। अभी तक इन तीन विधाओं की बोनस अंक की पात्रता रखने वाले छात्र-छात्राओं की सूची डीपीआइ को नहीं भेजी गई है।
दुर्ग संभाग के सबसे अधिक छात्र बाेनस अंक पाएंगे
बोर्ड परीक्षाओं में सबसे ज्यादा बोनस अंक दुर्ग संभाग के 388 छात्र-छात्राओं को बोनस अंक मिलेंगे। वहीं सबसे कम सरगुजा संभाग के 155 छात्र-छात्राएं बोनस के लिए पात्र पाए गए हैं। बिलासपुर से 328, रायपुर से 290 और बस्तर से 262 छात्र-छात्राओं को बोनस अंक के लिए पात्र पाया गया है। बस्तर संभाग के सुकमा जिले से एक भी विद्यार्थी को बोनस अंक नहीं मिलेगा।
वहीं प्रदेशभर में सत्यापन के दौरान 38 छात्र-छात्राओं को बोनस अंक के लिए अपात्र घोषित किया गया है। बस्तर संभाग से सात, बिलासपुर से 20, रायपुर से तीन, दुर्ग से छह और सरगुजा संभाग के दो छात्र-छात्राओं को अपात्र घोषित किया गया है। अभी बोनस अंक पाने वाले छात्रों के आंकड़े बढ़ सकते हैं। एनसीसी, एनएसएस और साक्षरता मिशन से पात्र छात्रों की सूची में डीपीआइ को भेज जा सकती है। इस दौरान कुछ छात्रों के नाम और जुड़ सकते हैं।