CG Big News: बेटे की तलाश में भटके मां-बाप, पुलिस ने बिना पहचान दफना दी लाश…NV News
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रायपुर/(CG Big News): रायपुर में पुलिस लापरवाही का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। न्यू शांति नगर निवासी 43 वर्षीय इंजीनियर मृणाल राय जून महीने से लापता थे। अपने इकलौते बेटे की तलाश में बुजुर्ग माता-पिता पांच महीने तक थानों और दफ्तरों के चक्कर लगाते रहे, पर उन्हें कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली। अंत में जो सच्चाई सामने आई, उसने सभी को झकझोर दिया- पुलिस ने उनके बेटे के शव को बिना पहचान कराए ही दफना दिया था।
दरअसल,मृणाल राय के पिता मनोज राय चौधरी, जो भिलाई स्टील प्लांट से रिटायर्ड मैनेजर हैं, ने बताया कि बेटे के गायब होने के अगले ही दिन यानी 2 जून को सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पर पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। हताश होकर वे एसएसपी कार्यालय पहुंचे, जहां से मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। लेकिन वहां भी “जांच जारी है” कहकर उन्हें सिर्फ टाल दिया गया।
मृणाल की मां ने बताया कि, वे बेटे की तस्वीर लेकर रायपुर से सिमगा तक हर थाना और अस्पताल गईं। मगर किसी ने यह नहीं बताया कि,उनके बेटे की लाश तो दो जून को ही टाटीबंध इलाके में मिल चुकी थी। पुलिस ने उस शव को अज्ञात बताते हुए जल्दबाजी में जोरा कब्रिस्तान में दफना दिया, बिना यह कोशिश किए कि शव की पहचान कराई जाए या परिवार को सूचना दी जाए।
पांच महीने बाद जब मामले की जांच दोबारा शुरू हुई तो सच्चाई सामने आई। मंगलवार को अधिकारियों की मौजूदगी में कब्र खुदवाई गई और मृणाल के कपड़ों से उनकी पहचान की गई। बेटे का कंकाल देखकर बूढ़े मां-बाप फूट-फूटकर रो पड़े।
परिजनों का आरोप है कि, अगर पुलिस ने उस वक्त सही तरीके से पहचान की कोशिश की होती, तो वे अपने बेटे का अंतिम संस्कार खुद कर पाते।
मृणाल की मां ने यह भी बताया कि, बेटे को गुम होने से करीब एक माह पहले किसी अज्ञात नंबर से धमकी भरा फोन आया था, जिसमें जान से मारने की बात कही गई थी। परिवार ने उस समय इसे मज़ाक समझा, लेकिन अब उन्हें शक है कि, यह धमकी ही उनके बेटे की मौत की वजह बनी।
इस घटना ने न सिर्फ रायपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि, लापरवाही की कीमत कभी-कभी किसी मां-बाप को अपनी दुनिया खोकर चुकानी पड़ती है।
