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NV News Raipur :केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छत्तीसगढ़ सरकार के तीन पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों – अनिल टुटेजा (पूर्व संयुक्त सचिव), डॉ. आलोक शुक्ला (पूर्व मुख्य सचिव) और सतीश चंद्र वर्मा (पूर्व महाधिवक्ता) के खिलाफ गंभीर आरोपों में मामला दर्ज किया है। यह मामला नागरिक आपूर्ति निगम (NAN) घोटाले से जुड़ा है, जिसकी जांच पहले रायपुर स्थित आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) कर रहा था। अब इस केस को CBI ने टेकओवर कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
CBI ने रायपुर में दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी करते हुए कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। सूत्रों के अनुसार, इन दस्तावेजों में ऐसे सबूत मिले हैं जो यह दर्शाते हैं कि इन अधिकारियों ने अपने पद और प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा जांच की जा रही NAN घोटाले की कार्यवाही को प्रभावित करने की कोशिश की।
इनकम टैक्स विभाग द्वारा जब्त किए गए डिजिटल साक्ष्यों में यह खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने ED की जांच को कमजोर करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कदम उठाए। इसके तहत उन्होंने कोर्ट में दाखिल जवाबों में बदलाव कराया और विभागीय दस्तावेजों में हेरफेर कर जांच एजेंसियों को भ्रमित करने का प्रयास किया।
इसके अलावा, आरोप है कि पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को अनुचित लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई ताकि वे आरोपियों के पक्ष में अग्रिम जमानत की व्यवस्था करा सकें। इस पूरे मामले में यह संकेत मिले हैं कि उच्च पदों पर बैठे इन अधिकारियों ने मिलकर जांच प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश की।
CBI द्वारा दर्ज यह मामला गंभीर प्रशासनिक और कानूनी अनियमितताओं की ओर इशारा करता है। फिलहाल जांच जारी है और संभावना है कि आने वाले समय में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। CBI इस पूरे घोटाले से जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है ताकि दोषियों को न्याय के कटघरे तक लाया जा सके।