ब्रेकिंग :पीएम मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया

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N.V. न्यूज़ :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट स्थित सी-हेक्सागन पर  सेंट्रल विस्टा का उद्घाटन करेंगे। राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन अब कर्तव्यपथ कहलाएगा। पीएम मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण कर दिया है।

280 मेट्रिक टन ग्रेनाइट का इस्तेमाल

मूर्ति को लेकर बताया जा रहा है कि इसे जेट ब्लैक ग्रेनाइट से बनाया गया है. बड़ी बात ये है कि मूर्ति को बनाने में कम से कम 280 मेट्रिक टन ग्रेनाइट का इस्तेमाल हुआ है. ग्रेनाइट स्टूडियो इंडिया के एमडी रजत मेहता बताते हैं कि बिना किसी नुकसान के नेताजी का ये स्टैच्यू 100 सालों तक ऐसे ही मजबूती के साथ खड़ा रहेगा. रजत ने आगे ये भी जानकारी दी है कि इस मूर्ति को सिर्फ एक बड़े पत्थर से ही तराशा गया है. वहीं तेलंगाना से दिल्ली भी इसे रिकॉर्ड 14 दिन में ट्रांसपोर्ट कर दिया गया.

नेताजी की मूर्ति बनाने में 26 हजार घंटे का समय लगा

अब दिल्ली तक का सफर भी कोई आसान नहीं था. मूर्ति इतनी भारी और बड़ी थी कि इसकी ट्रांसपोर्टेशन में सभी के पसीने छूट गए. रजत मेहता के मुताबिक सफर के दौरान कम से कम 34 टायर फट गए थे. कई बार टायर बदलने पड़े. वहीं क्योंकि मूर्ति इतनी विशाल थी, ऐसे में एक अलग ही वाहन तैयार किया गया. सांस्कृति मंत्रालय ने जानकारी दी है कि मूर्ति को लाने के लिए एक 100 फीट लंबे ट्रक का इस्तेमाल किया गया था. उस ट्रक में 140 टायर थे. 14 दिन में उस ट्रक ने 1,665 किलोमीटर का सफर तय किया. बताया तो ये भी गया है कि नेताजी की मूर्ति बनाने में 26 हजार घंटे का समय लगा. इतने लोगों ने इस पर काम किया कि तब जाकर एक बेहतरीन और आला दर्जे की मूर्ति तैयार हो पाई.

प्रतिमा को मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया

यहां ये जानना भी जरूरी है कि सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है. इस प्रतिमा को आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर पारंपरिक तकनीकों से हाथ से बनाई गई है. नेताजी की यह विशाल प्रतिमा भारत में सबसे ऊंची हस्तनिर्मित मूर्तियों में से एक है.

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