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N.V.News नई दिल्ली: 26 किसान संगठनों के 13 फरवरी को दिल्ली चलो कूच के बीच भारतीय किसान यूनियन उगराहां गुट ने 16 फरवरी को भारत बंद का एलान किया है। किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली की सीमाओं की किलेबंदी कर दी गई है। सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर कंटीले तारों के अलावा कंक्रीट के ब्लॉक, बैरिकेड्स, सड़क पर कीलें और दूसरे अवरोधक लगाए गए हैं। हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। दिल्ली में धारा 144 लगाई गई है। पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। उधर, आंदोलन खत्म करने के लिए सोमवार को किसान नेताओं व केंद्रीय मंत्रियों की चंडीगढ़ में दूसरे दौर की बैठक भी होगी।
किसानों की ओर से 2020 जैसा आंदोलन खड़ा करने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ज्यादा सतर्क हो गई है। सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने अस्थायी कार्यालय और कंट्रोल रूम बनाने के अलावा करीब एक किमी के दायरे में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। ड्रोन की मदद से क्षेत्र की निगरानी की जा रही है।
मोदी सरकार ने सीमाओं पर अर्द्धसैनिक बलों की 16 कंपनियों समेत 5,000 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। मंगलवार को सिंघु के साथ ही टीकरी बॉर्डर को पूरी तरह सील रखने की तैयारी है। अप्सरा, भोपुरा, आनंद विहार, चिल्ला के अलावा बदरपुर बॉर्डर पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने हरियाणा व यूपी से लगने वाली सीमाओं का दौरा किया।
दिल्ली हरियाणा की सीमा पर बढ़ी संख्या में किसान:
भारत बंद के एलान के बाद हरियाणा की सीमाओं पर बड़ी संख्या में पंजाब के किसान जमा हो गए थे। इन्हें रोकने के लिए हरियाणा ने शंभू बॉर्डर और झरमड़ी बॉर्डर बंद कर दिए हैं। सीमाओं पर बीएसएफ के जवानों को भी तैनात किया है। चंडीगढ़ के अलावा 15 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है।
सिंघु बॉर्डर पर नो एंट्री:
दिल्ली पुलिस की एडवाइजरी के अनुसार 12 फरवरी से सिंघु बॉर्डर से व्यावसायिक वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे। 13 फरवरी से सभी वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी। पुलिस ने किसान आंदोलन के मद्देनजर