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N.V.News दिल्ली: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर किसानों के फिर से दिल्ली में कूच करने की तैयारी कर रहे हैं. किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी सरकार से चाहते हैं. पंजाब हरियाणा उत्तरप्रदेश के हर गांव में किसान एकजुट होकर दिल्ली निकलने के लिए तैयार हैं. 2020 में किसान आंदोलन की तपिश दिल्ली और देश ने महसूस की थी. तब 378 दिन तक किसान आंदोलन चला था।
किसानों ने 2020 में तीन कृषि कानून वापस लेने लिए दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन की थी जिसमे 700 से अधिक किसानों की मौत हो गई थी किसानों के आंदोलन के दबाव में आकर मोदी सरकार को तीन कृषि वापस लेने पड़े थे
दिल्ली हरियाणा से सटे बॉर्डर पर किसानों कैसे बैठे थे. तब टोल भी फ्री हो गया था क्योंकि किसानों ने टोल प्लाजा पर भी कब्जा कर लिया था. अब किसान फिर आ रहे हैं. इसलिए हरियाणा में ही उन्हें रोकने की तैयारी है. हरियाणा सरकार ने उनकी एंट्री रोकने का इंतजाम शुरू कर दिया है. सड़कों पर बैरिकेडिंग और निगरानी के लिए मोर्चे तय किए जा रहे हैं।