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झारखंड: मामला झारखंड राज्य का है। जहां रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा के घर उनकी पत्नी आदिवासी महिला सुनीता को कैद कर जुल्म बरपा रही थी।
सुनीता ने किसी तरह इस बात को बाहर पहुंचाया जिसके बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सुनीता को बचाया गया।
सुनीता की हालत इतनी खराब है कि वो बोल नहीं पा रही है ना चल पा रही है। रिम्स में भर्ती कराया गया है। सुनीता को करीब 8 साल से कैद करके रखा गया। भाजपा महिला नेत्री सीमा पात्रा उससे जीभ से फर्श साफ करवाती थी। गर्म तबे से सजा दिया करती थी ।
इतना ही नहीं जब सीमा के बेटे ने इसका विरोध किया तो उसे भी मानसिक रोगी बताकर अस्पताल में भर्ती करा दिया।
पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हुई है।
भाजपा से कनेक्शन
सीमा पात्रा ने अपने ट्विटर बायो में बेटे बचाओ बेटी पढ़ाओ का स्टेट कंवीनर बताया है, वहीं भाजपा कार्यकारिणी का सदस्य भी बताया है।
आपको बता दें कि आदिवासी महिला काफी सालों ने सीमा पात्रा के घर काम करती थी। सुनीता दिल्ली भी रहकर गई। लेकिन सीमा पात्रा के जुल्म की कहानी सुनकर सब हैरान है।