Share this
NV News CG बिलासपुर:दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में रिकार्ड 2360 लाख टन लदान कर भारतीय रेलवे में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं राजस्व अर्जन में जोन ने नया कीर्तिमान रचा है। 29 हजार रुपये करोड़ राजस्व हासिल कर प्रथम स्थान पर रहा है। इस उपलब्धि से जोन में खुशी का माहौल है। रेलवे इस उपलब्धि का असली हकदार अपने कर्मठ कर्मचारियों को मान रही है। जिनकी बदौलत यह सफलता मिली है।
भारतीय रेलवे की ओर से सभी जोन का माल लदान का लक्ष्य दिया जाता है। यह लक्ष्य एक तरह से चुनौती होती है। जिसे जोन न केवल सहजता से स्वीकार करता है बल्कि वित्तीय वर्ष प्रारंभ होने के साथ ही लक्ष्य का हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करता है। इसमें बिलासपुर जोन भी शामिल है। जिसे भारती रेलवे का कमाऊपूत जोन भी कहा जाता है। हर वर्ष माल लदान और सकल अर्जन के क्षेत्र में अपने सारे रिकार्ड तोड़ने वाले दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन ने वर्ष 2023-24 में अब तक का सर्वाधिक माल लदान एवं सकल अर्जन में नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 236.02 मिलियन टन माल लदान किया गया है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष से लगभग 21.4 मिलियन टन अधिक है। प्रतिशत में यह वृद्धि 10 फीसद की रही है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 214 मिलियन टन माल लदान का किया गया था। हालांकि यह माल लदान अब तक जोन के लिए सर्वाधिक है। लेकिन, भारतीय रेलवे में स्थान दूसरा रहा। लेकिन, राजस्व अर्जन में प्रथम स्थान हासिल कर जोन की दमदार स्थिति या यू कहें कि कमाऊपूत जोन को लेकर जो छवि बनी है, उसे बरकरार रखा गया है। इस वित्तीय वर्ष में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन ने 29,490 करोड़ रुपये का आरंभिक राजस्व अर्जित किया। यह पूरे भारतीय रेलवे में सर्वाधिक है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे माल लदान व राजस्व अर्जन में तो पूरा ध्यान दिया। लेकिन, यात्रियों की सुविधाओं पर विशेष जोर दिया। आधारभूत संरचना एवं यात्री सुविधाओं को लेकर जोन में जिस तरह के कार्य हुए है, वह शायद ही किसी जोन में हुआ हो। बिलासपुर की बात करें तो यहां तारबाहर अंडरब्रिज का विस्तार, गजरा चौक से आरएमएस तक फुट ओवरब्रिज जैसे महत्वपूर्ण व जरूरी सुविधाओं को देकर यात्री व आम जनता को राहत दी गई। इतना ही नहीं कटनी रेल खंड के अलग-अलग सेक्शन में नई तीसरी लाइन बिछाने का कार्य भी पूरा किया गया। जिनका सेफ्टी कमिश्नर ने निरीक्षण भी कर लिया है। जल्द ही अनुमति मिलने के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। एक बड़ी उपलब्धि 10 किमी का फ्लाईओवर भी है। जिससे मालगाड़ी की गति में बढ़ोत्तरी आई है।