Big success of Mungeli Police: “ऑपरेशन बाज” में 46 लाख से अधिक की नकली शराब जब्त, 4 अंतर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार

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NV News Mungeli:Big success of Mungeli Police जिले में नशे के कारोबार और अवैध शराब तस्करी के खिलाफ Superintendent of Police Bhojram Patel के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान “ऑपरेशन बाज” ( “Operation Baaz”)के तहत एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना फास्टरपुर क्षेत्र में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में नकली देशी शराब बनाने की सामग्री जब्त की है। जब्त सामग्री में एक ट्रक टैंकर, एक आल्टो कार और करीब 35,000 बल्क लीटर स्पिरिट शामिल है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 46 लाख 68 हजार रुपये आंकी गई है।
कैसे हुआ खुलासा
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मध्यप्रदेश से अवैध रूप से स्पिरिट की खेप ट्रक टैंकर के जरिए लाई जा रही है और इसे नकली शराब बनाने में उपयोग किया जाना है। सूचना मिलते ही थाना फास्टरपुर पुलिस, साइबर सेल और अन्य टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ग्राम दायों के पास ट्रक और कार को घेराबंदी कर पकड़ा। तलाशी लेने पर पुलिस ने ट्रक से भारी मात्रा में स्पिरिट जब्त की। साथ ही, कार से नकली स्टिकर, होलोग्राम, शीशी के ढक्कन, फर्जी दस्तावेज और अन्य सामान भी बरामद हुआ, जिनका इस्तेमाल अवैध शराब बनाने और उसे वैध ब्रांड बताने के लिए किया जाता था।
भोपाल से बिलासपुर तक पहुंचाई जा रही थी खेप
जांच में सामने आया कि आरोपी भोपाल से यह स्पिरिट लेकर निकले थे और इसे बिलासपुर में खपाने की योजना थी। आरोपी स्पिरिट को अवैध तरीके से निकालकर नकली देशी शराब बनाते थे और फिर उस पर नकली लेबल व होलोग्राम लगाकर वैध शराब जैसा दिखाकर बाजार में बेचते थे। यह कारोबार न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि आम नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है।
गिरफ्तार आरोपी और उनका आपराधिक इतिहास
पुलिस ने जिन चार तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम इस प्रकार हैं –
रामगोपाल यादव, निवासी राजगढ़ (मध्यप्रदेश)
मलखान सिंह, निवासी हमीरपुर (उत्तरप्रदेश)
महेन्द्र अनुरागी, निवासी महोबा (उत्तरप्रदेश)
भगवत सिंह बुंदेला, निवासी छतरपुर (मध्यप्रदेश)
पुलिस रिकॉर्ड की जांच में यह भी पाया गया कि भगवत सिंह बुंदेला और महेन्द्र अनुरागी पर पूर्व में भी आबकारी अधिनियम और अन्य गंभीर अपराध दर्ज हैं। इससे साफ है कि ये आरोपी लंबे समय से नशे के अवैध कारोबार से जुड़े हुए हैं और कई राज्यों में सक्रिय नेटवर्क संचालित कर रहे हैं।
कानूनी कार्रवाई
आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(1) क, 34(2), 59(क) तथा ट्रेडमार्क एक्ट की धारा 103, 104 सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले में आगे भी जांच की जा रही है और इस पूरे नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
पुलिस टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी फास्टरपुर की टीम के साथ-साथ साइबर सेल और अन्य पुलिसकर्मियों ने सक्रिय भूमिका निभाई। पूरी कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर छाबड़ा और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मयंक तिवारी के पर्यवेक्षण में संपन्न हुई। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि “ऑपरेशन बाज” को और भी सख्ती से जारी रखा जाएगा ताकि जिले में नशे का कारोबार जड़ से समाप्त किया जा सके।
समाज को संदेश
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नकली शराब न केवल अवैध है बल्कि इसके सेवन से लोगों की जान भी खतरे में पड़ सकती है। इस तरह की गतिविधियाँ समाज को बर्बादी की ओर धकेलती हैं। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि अवैध कारोबारियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
इसके साथ ही पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे भी ऐसे अवैध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।