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नई दिल्ली: आज से तकरीबन 6 महीना पहले 9 मार्च 2022 को गलती से भारत की एक ब्रह्मोस मिसाइल दागी गई थी। जो पाकिस्तान मियां चानूर में जाकर गिरी थी। इस घटना के जांच के लिए एक टीम गठित किया था जिसने लिए भारतीय वायु सेना ने इस घटना के लिए तीन अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
भारतीय सुपरसोनिक मिसाइल लाहौर से करीब 275 किलोमीटर दूर पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरी थी। इससे एक कोल्ड स्टोरेज को नुकसान पहुंचा था। हालांकि, इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। तब एक जारी बयान में वायुसेना ने इस घटना के लिए माफी मांगी थी और कहा था कि चूक की वजह से मिसाइल मिसफायर हुई थी।
बता दें, इस मामले को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में उठाया था। कहा था कि 9 मार्च को गलती से एक मिसाइल लॉन्च की गई थी। यह घटना एक नियमित निरीक्षण के दौरान हुई थी। हमें बाद में पता चला कि यह पाकिस्तान में जाकर गिर गई थी।’ सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया था और बाद में हाई लेवल जांच के आदेश दिए थे।
राजनाथ सिंह के बयान पर पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उनके संसद में दिए गए जवाब को अपर्याप्त बताया था। कुरैशी ने कहा था कि भारत के रक्षा मंत्री ने लोकसभा में जो कहा वह अधूरा और अपर्याप्त है। मैं इसको पूरी तरह से खारिज करता हूं और संयुक्त जांच की मांग करता हूं।