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NV News चिरमिरी/मनेंद्रगढ़, 14 जुलाई 2025 – सोमवार सुबह से ही हलचल तेज हो गई जब आयकर विभाग की टीम ने एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। जानकारी के अनुसार यह छापा एसईसीएल के अधिकारी रवि शंकर चक्रधारी और महेंद्रगढ़ में आयकर सलाहकार मनीष गुप्ता के ठिकानों पर डाला गया। छापेमारी का मुख्य बिंदु कर्मचारियों के आयकर रिफंड से जुड़ा घोटाला बताया जा रहा है।
सुबह होते ही आयकर विभाग की टीम चिरमिरी के नवापारा इलाके में स्थित रवि शंकर चक्रधारी के आवास पर पहुंची। अधिकारियों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। बताया जा रहा है कि रवि शंकर चक्रधारी एसईसीएल (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) में पदस्थ हैं और उन पर कर्मचारियों के नाम से फर्जी इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल कर रिफंड लेने का गंभीर आरोप है।
दूसरी ओर, महेंद्रगढ़ में रहने वाले आयकर सलाहकार मनीष गुप्ता के घर भी टीम ने एक साथ दबिश दी। मनीष गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने बड़ी संख्या में एसईसीएल कर्मचारियों के इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किए और उनमें से कई फर्जीवाड़ा कर टैक्स रिफंड हासिल किया गया। इस रिफंड राशि को बाद में अधिकारी और सलाहकार आपस में बांटते थे, ऐसा प्रारंभिक जांच में सामने आया है।
सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग को कई संदिग्ध लेन-देन और फर्जी दस्तावेजों की जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है। जांच में इलेक्ट्रॉनिक डाटा, मोबाइल, लैपटॉप, बैंक स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेजों की भी जब्ती की गई है।
टीम ने चिरमिरी के पोड़ी नवापारा इलाके के अलावा अन्य ठिकानों पर भी दस्तावेजों की गहन छानबीन की। आयकर अधिकारियों के अनुसार, यह पूरा मामला करोड़ों रुपये के टैक्स रिफंड घोटाले से जुड़ा हो सकता है और इसमें कई अन्य नामों के सामने आने की संभावना है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल भी इस कार्रवाई में सहयोग कर रहे हैं। जांच को पूरी गोपनीयता में अंजाम दिया जा रहा है और किसी भी बाहरी व्यक्ति को परिसर के भीतर प्रवेश नहीं दिया गया।
आयकर विभाग की यह कार्रवाई दिनभर चलती रही और देर शाम तक कई अहम दस्तावेज और साक्ष्य जुटाए जाने की खबर है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में और भी लोगों से पूछताछ हो सकती है और यदि जरूरत पड़ी तो कुछ और ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है।
इनकम टैक्स रिफंड घोटाले में सामने आई यह कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। एसईसीएल कर्मचारियों के नाम पर फर्जीवाड़े का यह मामला आने वाले समय में और गंभीर रूप ले सकता है। अब सबकी निगाहें आयकर विभाग की आगे की कार्रवाई और जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।