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N.V.News रायपुर: केंद्र की योजनाओं को क्रियान्वित करने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में छत्तीसगढ़ देश में सबसे ज्यादा शासकीय अस्पतालों को पंजीकृत करने वाला राज्य है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से महिलाओं के इलाज में छत्तीसगढ़ देश में सबसे आगे रहा। स्वास्थ्य को लेकर राज्य की उपलब्धियों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राज्य को सम्मानित किया। नई दिल्ली में आयोजित आरोग्य मंथन कार्यक्रम में राज्य की ओर से स्वास्थ्य सचिव प्रसन्ना आर, स्वास्थ्य सेवाएं के संचालक भीम सिंह व राज्य नोडल एजेंसी के उपसंचालक डा. श्रीकांत राजिमवाले ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
बता दें राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से इलाज लेने वाले कुल हितग्राहियों में 58 फीसदी महिलाएं हैं। छत्तीसगढ़ की इस उपलब्धि को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया। महिलाओं को इतनी बड़ी संख्या में योजना के माध्यम से उपचार देने में छत्तीसगढ़ देश में सबसे आगे रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा प्रदेश को आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसके साथ ही आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में छत्तीसगढ़ ने नौ हजार से ज्यादा शासकीय अस्पतालों का पंजीयन कर लिया है। इसके लिए भी राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर आयुष्मान उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया है।
क्या है डिजिटल मिशन
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से इलेक्ट्रानिक हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस कार्ड के जरिए मरीज की जांच से संबंधित सारे दस्तावेज आनलाइन उपलब्ध रहेंगे। कार्ड के माध्यम से इन दस्तावेजों को किसी भी अस्पताल के चिकित्सक देख सकेंगे। साथ ही अपने मोबाइल पर मरीज खुद भी अपनी जांच से संबंधित सभी दस्तावेज देख सकेगा। यह कार्ड मरीज को दस्तावेजी औपचारिकताओं से निजात दिलाएगा। छत्तीसगढ़ में इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
पहले भी मिले है चार पुरस्कार
आयुष्मान भारत योजना को लेकर जहां राज्य दो श्रेणियाें राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हुआ है। पिछले वर्ष भी राष्ट्रीय स्तर पर चार श्रेणियों मे राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। राष्ट्रीय स्तर पर पिछले वर्ष छह श्रेणियां तय की गई थी, जिनमें से चार में छत्तीसगढ़ को पुरस्कार मिला है।
राज्य में आयुष्मान से लाभांवित
1.58 करोड़ ई-कार्ड बनाए गए अब तक
19.57 लाख से अधिक लोगों को मिला निश्शुल्क इलाज
58 प्रतिशत महिलाएं हैं शामिल