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NV news :-पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एलान किया कि वो शुक्रवार को प्रधानमंत्री के साथ होने वाले मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगी.
यह बैठक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और दार्शनिक अरबिंद घोष के जन्म की 150वीं सालगिरह मनाने के लिए हो रही है.
माना जा रहा है कि ममता बनर्जी की नाराज़गी की वजह इसी मसले पर बुधवार को हुई बैठक है. उस बैठक में ममता शामिल तो हुईं, लेकिन उन्हें बोलने का मौक़ा नहीं दिया गया.
ममता बनर्जी ने अपने मुख्य सचिव एचके द्विवेदी से कहा, ”हर मामले का राजनीतिकरण करना उचित नहीं है. मैं कल की बैठक में शामिल नहीं हो सकती क्योंकि ऋषि अरबिंद पर हमने पहले ही कई कार्यक्रमों की योजना बना ली है. कृपया एक पत्र लिखकर बता दें कि मैं इसमें शामिल नहीं हो रही.”
अगले साल 15 अगस्त को जब देश अपनी आज़ादी की 75वीं सालगिरह मनाएगा, उसी दिन अरबिंद घोष के जन्म के 150 साल भी पूरे हो जाएंगे. उनका जन्म 15 अगस्त, 1872 को कोलकाता में हुआ था.
ममता ने बताया कि आने वाली जनवरी में सुभाष चंद्र बोस के जन्म की 125वीं सालगिरह और महात्मा गांधी की मौत की 75वीं सालगिरह मनाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़े सभी दस्तावेज़ों चाहे वे राज्य में कहीं भी पड़े हों, उन्हें डिजिटाइज़ करने का ऐलान किया.
साथ ही आज़ादी की लड़ाई से जुड़े सभी अहम स्थानों को जोड़ते हुए एक ‘टूरिज़्म सर्किट’ बनाने की भी बात कही है.