नौकरी दिलाने के नाम पर 6 युवकों से 7 लाख की धोखाधड़ी, जानिए पूरी खबर

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NV News:-    हजारों पढ़े लिखे नौजवान रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं। कोई कॉन्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो कोई प्राइवेट सेक्टर किस्मत आजमा रहे हैं। कई ऐसे भी हैं जो सीधी भर्ती से सरकारी नौकरी में जाना चाहते हैं, लेकिन इसी शॉर्टकट रास्ते से नौकरी पाने की लालच उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बना देते हैं। धमतरी जिले से ऐसे ही मामला सामने आया है, सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर आरोपी ने 6 युवकों से 7 लाख रुपये लिए लेकिन फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिला।

मामला का खुलासा तब हुआ जब जुनवानी निवासी डिवज कुमार साहू (23) सिटी कोतवाली में धोखाधड़ी का शिकायत दर्ज कराया। डिवज़ ने बताया की उनसे और पांच और लोगों से अलग-अलग विभागों में नौकरी लगाने के नाम पर चिरंजीव सिन्हा ने 7 लाख लिए थे। कुछ दिन तक नौकरी दिलाने के नाम पर एक विभाग से दूसरे विभाग घुमाता रहा, हर बार कुछ ना कुछ बहाना बनाकर वहां से निकल जाते।

लेकिन जब हमें उन पर संदेह हुआ फिर हमने हमारे पैसा वापस करने के लिए बोले, पैसे वापस करने की बात पर गोल मटोल जवाब देते थे। जिसके बाद मैंने धमतरी सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई।

आरोपी चिरंजीव सिन्हा ने जल संसाधन विभाग, राजस्व शाखा कार्यालय एवं रोजगार कार्यालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 6 युवकों से लाखों रुपए लिए थे। ठगी के शिकार में पारस मणि साहू, युवराज यादव, तारा यादव, चोमेश यादव, डिवज कुमार और दोवेश साहू है।

4 माह से फरार चल रहा था आरोपी

सिटी कोतवाली थाना प्रभारी जी सी पति पूरे मामले को लीड कर रहे थे, उन्होंने बताया की डिवज कुमार ने सिटी कोतवाली में आकर चिरंजीव सिन्हा के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराया था। आरोपी द्वारा विभिन्न विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 6 लोगों से 7 लाख लिए थे। लेकिन इसके बाद भी नौकरी नहीं दिलाया।

शिकायत के आधार पर आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। जांच में पता चला कि आरोपी अंडर ग्राउंड हो गया है। जिसके बाद से उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिला था कि आरोपी निश्चित लोकेशन पर है जिसके बाद टीम द्वारा तत्काल दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

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