Paddy Procurement News: “धान बेचने पहुंचे किसान, सुविधाओं के नाम पर मिला धोखा!
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Paddy Procurement News बलरामपुर। किसानों को हर साल धान बिक्री के मौसम का बेसब्री से इंतजार रहता है। उन्हें उम्मीद होती है कि सरकारी खरीदी से उन्हें उनकी मेहनत का पूरा दाम मिलेगा, लेकिन बलरामपुर जिले के किसानों के लिए यह उम्मीद इस बार टूटती नजर आ रही है।
जिले में इस वर्ष 49 धान उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन अधिकांश केंद्रों पर किसानों के साथ मनमानी और अव्यवस्था का खेल चल रहा है। किसान अपनी फसल बेचने तो पहुंच रहे हैं, लेकिन बदले में उन्हें सुविधाओं के बजाय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की मेहनत पर भारी अन्याय
किसानों का कहना है कि धान बेचने के लिए वे घर से मजदूर साथ लाकर काम करवा रहे हैं। बोरी की सिलाई के लिए रस्सी तक खुद खरीदनी पड़ रही है। खरीदी केंद्रों पर न तो मजदूरों की व्यवस्था है और न ही कोई सहयोग।
इतना ही नहीं, किसानों के बैठने के लिए कोई इंतजाम नहीं, न ही पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। घंटों लाइन में खड़े रहना किसानों की मजबूरी बन गई है।
खरीदी केंद्र बना परेशानी का केंद्र
किसानों ने बताया कि मजबूरी में वे यह सब सह रहे हैं, क्योंकि धान बेचना उनके लिए जरूरी है। चौंकाने वाली बात यह है कि धान खरीदी के प्रभारी ने खुद स्वीकार किया कि किसानों को मजदूर या अन्य आवश्यक सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।
जब जिम्मेदार अधिकारी ही खुलेआम यह स्वीकार कर रहे हैं कि सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं, तो सवाल उठता है कि क्या यही है सरकार की किसान हितैषी नीति?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर लापरवाही पर क्या कदम उठाता है या किसान यूं ही अपनी मेहनत का मोल चुकाते रहेंगे।
