Burning of effigy of Prime Minister: मुंगेली में आज प्रधानमंत्री व ईडी का पुतला दहन, कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन आज दोपहर 3 बजे- NV News

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N.V.News मुंगेली: Burning of effigy of Prime Minister: केंद्र सरकार (Central Government) की कथित दमनकारी नीतियों और केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों को लेकर कांग्रेस अब सड़क पर उतर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार मुंगेली जिला कांग्रेस कमेटी आज 02 दिसंबर 2025, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) का पुतला दहन करेगी। यह विरोध प्रदर्शन दोपहर 3 बजे पड़ाव चौक में निर्धारित है।

कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार (Modi Sarkar) राजनीतिक बदले की भावना से कार्य कर रही है और विपक्ष की आवाज दबाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी ने कहा है कि हाल के दिनों में ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का इस्तेमाल भारत के प्रमुख विपक्षी दलों, खासकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को परेशान करने के लिए किया जा रहा है।

नेशनल हेराल्ड (National Herald) मामले में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Soniya Gandhi)और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लगातार ईडी(ED) की नोटिसों और पूछताछ का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस का कहना है कि यह कार्रवाई संविधान और लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है तथा इसका उद्देश्य विपक्ष को कमजोर करना और डराना है।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने बताया कि सरकार अब लोकतांत्रिक असहमति को अपराध की तरह पेश कर रही है और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश में जुटी है। उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में जांच एजेंसियां निष्पक्ष होती हैं, लेकिन मौजूदा सरकार उन्हें राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है, जो देश के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए गंभीर खतरा है।

उन्होंने जिले के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों और लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले नागरिकों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।

कार्यक्रम का विवरण इस प्रकार है—

 दिनांक: 02 दिसंबर 2025, मंगलवार

समय: दोपहर 03 बजे

स्थान: पड़ाव चौक, मुंगेली

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आज का यह विरोध प्रदर्शन सरकार को यह संदेश देगा कि विपक्ष की आवाज न दबाई जा सकती है, न खत्म की जा सकती है, और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा।

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