Raipur Breaking: दीवाली पर सफाई ठप, रामकी कर्मियों की हड़ताल से राजधानी बेहाल…NV News

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Raipur Breaking: दिवाली के पावन अवसर पर राजधानी रायपुर की खूबसूरती बिगड़ गई है, जब रामकी कंपनी के लगभग 850 सफाई कर्मचारी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए। इससे नगर में कचरा एकठ्ठा हो गया है और गंदगी का अंबार मोहल्लों में दिखने लगा है। कर्मचारी दलदल सिवनी स्थित कचरा डंपिंग यार्ड के बाहर धरने पर हैं और कंपनी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
रामकी कंपनी को नगर निगम ने शहर भर की कचरा उठाने और सफाई व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी है। यह काम मुख्यतः डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण से लेकर कचरा डंपिंग यार्ड तक ले जाने तक फैला है। लेकिन पिछले कई वर्षों से कर्मचारियों को वाजिब वेतन वृद्धि नहीं दी गई, जबकि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है।
कर्मचारियों का कहना है कि, अभी उनका वेतन पिछले स्तर पर स्थिर है और त्योहारों पर अतिरिक्त भत्ता भी नहीं मिलता। इस वजह से वे आर्थिक दबाव में हैं और दीवाली जैसे मौके पर भी इनकी समस्याएँ बेनजर नहीं हो सकतीं।
धरना और हड़ताल:
हड़ताली कर्मचारी मुख्य रूप से दलदल सिवनी डंपिंग यार्ड के मुख्य द्वार पर जुटे हैं। उन्होंने पूरी तरह से रास्ता बंद कर दिया है जिससे डंपिंग यार्ड तक कचरा नहीं पहुंच पा रहा है। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करके अपनी मांगों को जोरदार तरीके से पेश किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों को लिखित रूप से स्वीकार नहीं किया जाता, तब तक वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
• वेतन वृद्धि (महंगाई एवं जीवन यापन को देखते हुए)।
• त्योहारों व ओवरटाइम के लिए अतिरिक्त भत्ता।
• काम की शिफ्ट एवं सुविधाओं में सुधार।
• हड़ताल के बाद पुनर्योजन की गारंटी।
नगर में असर-वक्त की मार:
हड़ताल शुरू होते ही पूरे शहर में सफाई व्यवस्था ठप हो गई। मोहल्लों, गलियों और बाजारों में घरों से निकलने वाला कचरा नहीं उठाया गया, जिससे गली-नाले गंदगी से भर गए हैं। दीवाली के थोड़ा पहले तक शहर चमकता था, लेकिन आज वही शहर कचरे की बदबू और गंदे स्ट्रीट व्यू के बीच फंसा नजर आ रहा है।
निम्नलिखित प्रभाव सामने आए हैं:-
• स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ बढ़ी: कचरा जमा होने से कीट-मकौड़ों का प्रसार।
• सार्वजनिक गली-नाले व पानी निकासी प्रभावित।
• त्योहारों का आनंद फीका पड़ा, घरों के बाहर कचरे के ढेर।
• नागरिकों को शिकायतें और नाराजगी बढ़ी।
निगम और रामकी प्रबंधन की प्रतिक्रिया:
रायपुर नगर निगम प्रशासन का कहना है कि,यह मामला रामकी कंपनी और उसके कर्मचारियों का आंतरिक विवाद है। हालांकि, प्रशासन ने संकेत दिया है कि, समस्या जल्द हल होनी चाहिए ताकि जनता को राहत मिले।
रामकी कंपनी ने अब तक अधिकृत बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कहा गया है कि,वे कर्मचारियों से वार्ता करने को तैयार हैं। निगम और स्थानीय अधिकारियों के मध्य संवाद जारी है, मगर अब तक कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है।
नगर निगम ने अलटर्नेट योजना लागू करने की संभावना जताई है।कुछ अन्य सफाई एजेंसियों या अस्थायी मजदूरों को नियुक्त करने की बात कही गई है ताकि स्थिति नियंत्रण में लाई जा सके।
दीवाली जैसे पावन त्योहार पर रायपुर में सार्वजनिक व्यवस्था ठप हो जाना चिंता का विषय है। लाखों लोगों की उम्मीदें शहर में स्वच्छता और सजीली सड़कों पर टिकी थीं, लेकिन कर्मचारियों की हड़ताल ने त्योहार की रौनक को थोड़ी मंदी में डाल दिया है।
अब सबकी निगाहें इस ओर टिकी हैं कि निगम, कंपनी और कर्मचारियों के बीच किस तरह की वार्ता और भूमिका बनती है। जनता चाहती है कि,जल्द ही समाधान निकले और सफाई व्यवस्था बहाल हो, ताकि त्योहार का जश्न स्वच्छता और सौंदर्य के साथ मनाया जा सके।