Dhamtari breaking: माडमसिल्ली बांध में बढ़ा पानी, 15 गांवों के 500 एकड़ धान की फसल जलमग्न…NV News

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Dhamtari breaking: जिले लगातार हो रही बारिश से माडमसिल्ली बांध इस समय पूरी तरह लबालब भर गया है। बांध का जलस्तर बढ़ने से आसपास के ग्रामीण इलाकों की खेतिहर जमीन डुबान क्षेत्र में आ गई है। इसके चलते करीब 15 गांवों के किसानों की 500 एकड़ से अधिक धान की फसल पानी में डूब गई है। किसानों का कहना है कि फसल अब सड़ने-गलने लगी है और अगर पानी जल्द नहीं उतरा तो भारी नुकसान तय है।

चनागाँव, छिन्दभरी, मॉडमसिल्ली, अमलीपारा, सिर्री, बोरगांव, चुल्हान, बगौदा सहित कई गांवों के किसान हर साल बांध के डुबान क्षेत्र की जमीन को लीज पर लेकर खेती करते हैं। इस बार भी उन्होंने धान की फसल लगाई थी,लेकिन सितंबर के आखिरी हफ्ते से लगातार हो रही बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। किसानों ने बताया कि फसल अब पकने की स्थिति में थी और कुछ ही दिनों में कटाई शुरू होनी थी, तभी बांध का पानी खेतों में भर गया।

ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के चलते बांध का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। सिंचाई विभाग द्वारा पानी निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई, जिससे हालात और बिगड़ गए। खेतों में तीन से चार फीट तक पानी भरा हुआ है।

कई किसानों की खड़ी फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई है।किसानों ने प्रशासन से नुकसान का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते मदद नहीं मिली, तो आने वाले दिनों में आर्थिक संकट गहराएगा।

इधर, कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में जलभराव की स्थिति की जानकारी ली जा रही है। सर्वे टीम को नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद पात्र किसानों को राहत देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासन से अपील की है कि, किसानों को शीघ्र मुआवजा मिलना चाहिए, ताकि वे अगली फसल की तैयारी कर सकें। माडमसिल्ली क्षेत्र के किसानों का कहना है कि ऐसी स्थिति लगभग हर साल बनती है, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं निकल पाया है।लगातार बारिश और बांध की लबालब स्थिति ने जहां किसानों की चिंता बढ़ा दी है, वहीं अब सभी की निगाहें प्रशासनिक कदमों पर टिकी हैं।

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