Cyber Crime News: पार्षद के खाते से 6 लाख की ठगी, घर के नाबालिग नौकर निकला मास्टरमाइंड…NV News

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दुर्ग/(Cyber Crime News): शहर में ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वार्ड क्रमांक 31 की भाजपा पार्षद प्रियंका साहू के बैंक खाते से 6 लाख रुपये गायब हो गए। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह ठगी किसी बाहरी गिरोह ने नहीं, बल्कि उनके घर में काम करने वाले नाबालिग नौकर ने ही की है।
घटना की जानकारी तब सामने आई जब पार्षद प्रियंका साहू ने अपने बैंक खाते में अचानक बड़ी रकम गायब होते देख पुलिस से शिकायत की। सीएसपी (CSP) दुर्ग ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि नाबालिग ने पार्षद के पुराने मोबाइल सिम का गलत तरीके से इस्तेमाल किया।
पुलिस के अनुसार, नाबालिग ने अपनी दादी की पहचान (ID) का उपयोग कर प्रियंका साहू के पुराने सिम को रिएक्टिवेट कराया। इसके बाद वह नजदीकी च्वाइस सेंटर गया और पार्षद के यूपीआई (UPI) अकाउंट से जुड़ा मोबाइल नंबर बदल दिया। मोबाइल नंबर बदलने के बाद उसने लगातार कुछ दिनों तक ट्रांजैक्शन कर खाते से कुल 6 लाख रुपये निकाल लिए।
प्रियंका साहू को ठगी की भनक तब लगी जब बैंक से संदेश आने बंद हो गए और खाते में अचानक बड़ी रकम की कमी दिखी। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस की साइबर सेल टीम ने तकनीकी जांच शुरू की और ट्रांजैक्शन की डिटेल्स खंगालते हुए आरोपी तक पहुंची।
जांच में सामने आया कि नाबालिग कई दिनों से इस ठगी की योजना बना रहा था। वह घर में काम करते हुए पार्षद के फोन और बैंकिंग आदतों को ध्यान से देखता रहा। सही समय का इंतजार करने के बाद उसने अपने प्लान को अंजाम दिया।पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी के पास से कुछ रकम बरामद की गई है, बाकी रकम की तलाश जारी है।
इस मामले में पुलिस लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रही है। अधिकारियों का कहना है कि पुराने मोबाइल नंबर को बंद करने के बाद अगर कोई उसे दोबारा एक्टिवेट करता है, तो तुरंत कंपनी और बैंक को इसकी सूचना दें। साथ ही यूपीआई (UPI) पिन और पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें ताकि ऐसे मामलों से बचा जा सके।
दुर्ग पुलिस का कहना है कि नाबालिग के खिलाफ जेजे एक्ट (जुवेनाइल जस्टिस एक्ट) के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं, यह मामला शहर में चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि इसमें आरोपी कोई गैंगस्टर नहीं बल्कि घर का ही सदस्य निकला।